पालकमंत्री ने खुद ही खोली ZP की पोल

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ZP स्कूलों में छात्रों की संख्या घट रही : मंत्री उईके का दावा



चंद्रपुर.
आज तक चंद्रपुर जिले में ऐसा कभी नहीं हुआ कि सरकार में बैठे हुक्मरानों ने अपने ही प्रशासन में चल रही खामियों को उजागर किया हो। लेकिन इस बार चंद्रपुर के नवनियुक्त सम्माननीय पालकमंत्री डॉ. अशोक उईके ने स्थानीय जिला परिषद की स्कूलों में छात्रों की संख्या घटने की बात कहकर प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा दिया। जिलाधिकारी कार्यालय के सभागृह में हुई बैठक में जिले के तमाम आला अफसर मौजूद थे। इनके समक्ष ही शिक्षा विभाग की नीति की पोल खोल दी। इसके पश्चात जब इस बैठक की विज्ञप्ति जारी हुई तो ZP के 549 स्कूलों में CCTV की व्यवस्था नहीं होने की जानकारी भी प्रशासन ने उजागर कर दी। ज्ञात हो तो बरसों से चंद्रपुर जिला परिषद में भाजपा की ही सत्ता रही है। इसके बावजूद यह बदहाली पालकमंत्री डॉ. उईके को उजागर करने पड़ी, जो एक गंभीर चिंता का विषय बना हुआ है।

पालक मंत्री डॉ. अशोक उईके –
जिला परिषद स्कूलों में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने का संकल्प लें

* गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का लक्ष्य :
* विद्यार्थियों को केंद्रबिंदु मानकर श्रेष्ठ शिक्षा देना शिक्षकों की जिम्मेदारी।
* इंग्लिश स्कूलों के बढ़ते प्रभाव के बीच ज़ि.प. स्कूलों में भी उत्कृष्ट शिक्षा संभव।

* विद्यार्थियों की संख्या में वृद्धि का आह्वान :
* सभी शिक्षकों को विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाने का संकल्प लेने का निर्देश।
* पालकों को विद्यालय पर विश्वास दिलाने की आवश्यकता।

* शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक :
* बैठक का आयोजन जिलाधिकारी कार्यालय में।
* उपस्थिति: जिलाधिकारी विनय गौड़ा, सीईओ पुलकित सिंह, शिक्षा अधिकारी अश्विनी सोनवणे, राजेश पाताले, डॉ. मिलिंद कांबले, डॉ. महादेव चिंचोले, डॉ. अशोक कटारे सहित अन्य अधिकारी।

* शासन की प्रतिबद्धता :
* स्कूलों को मूलभूत सुविधाएं देने के लिए शासन धन की कमी नहीं होने देगा।
* घटती छात्र संख्या के कारणों का विश्लेषण आवश्यक।

* शिक्षकों की भूमिका :
* शिक्षकों को स्वयं प्रयास कर पालकों का विश्वास जीतना होगा।
* ‘असर’ और ‘नैस’ जैसे शैक्षणिक कार्यक्रमों को आधार बनाकर कार्य करने की सलाह।

* शैक्षणिक सत्र के लिए विशेष तैयारी :
* शिक्षक समिति का गठन कर शिक्षा पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता।
* शिक्षकों द्वारा शिक्षकों का मूल्यांकन हो।
* विद्यार्थियों के स्वागत की अग्रिम योजना तैयार करें।

* शैक्षणिक उपक्रम :
* हर 15 दिन में पालकों की उपस्थिति में “चावड़ी वाचन” कार्यक्रम चलाएं।
* इंटरनेट और बिजली आपूर्ति बाधित होने वाले स्कूलों को जिला योजना से सहायता।

* आवागमन की व्यवस्था :
* ग्रामीण विद्यार्थियों के लिए बसों की योजना मानव विकास योजना के अंतर्गत।

* गांव स्तर पर निगरानी :
* अधिकारियों को स्कूलों का नियमित निरीक्षण करने के निर्देश।
* सीसीटीवी और शिकायत पेटियों की क्रियाशीलता की जांच।
* स्वर्ण महोत्सवी छात्रवृत्ति योजना की जानकारी पालकों तक पहुंचाई जाए।

* छात्राओं को सायकल वितरण :
* चंद्रपुर जिले में 2461 स्कूलें, जिनमें 1549 जिला परिषद की हैं।
* कुल विद्यार्थियों की संख्या: 3,61,687।
* सभी स्कूलों में सखी सावित्री समिति, सुरक्षा समिति, शिकायत पेटी उपलब्ध।
* 475 स्कूलों में सीसीटीवी; 549 अन्य ज़ि.प. स्कूलों के लिए प्रस्तावित।
* अपार ID कार्य 87% पूर्ण।
* 7445 ग्रामीण छात्राओं को साइकिल वितरित (मानव विकास योजना के तहत)।