चंद्रपुर जिला बैंक चुनाव में महाविकास आघाडी की शानदार जीत! कांग्रेस का परचम लहराया, वडेट्टीवार-धानोरकर की एकता से अध्यक्ष पद पर दावा मजबूत।

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◼️चंद्रपुर जिला बैंक पर कांग्रेस का परचम! महाविकास आघाडी की धमाकेदार जीत 

◼️अध्यक्ष पद पर कांग्रेस का दावा मजबूत: वडेट्टीवार-धानोरकर की एकजुटता से बढ़ी कांग्रेस की ताकत

चंद्रपुर, 12 जुलाई 2025: 13 साल के लंबे इंतजार के बाद चंद्रपुर जिला मध्यवर्ती सहकारी बैंक का चुनाव आखिरकार संपन्न हुआ। इस चुनाव में कांग्रेस ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपना परचम लहराया है। महाविकास आघाडी के नेतृत्व में कांग्रेस ने 12 निदेशकों पर दावा ठोककर अपनी ताकत दिखाई, जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 9 सीटों पर संतोष करना पड़ा। विधायक दल के नेता विजय वडेट्टीवार और सांसद प्रतिभा धानोरकर की एकजुट रणनीति ने कांग्रेस की पकड़ को और मजबूत किया है, जिससे अध्यक्ष पद पर उनका दावा अब अटल दिख रहा है।

चुनाव में कांग्रेस की एकजुटता  

चुनाव की घोषणा के बाद से ही राजनीतिक सरगर्मियां तेज थीं। शुरुआत में ऐसा लग रहा था कि कांग्रेस और भाजपा के नेता मिलकर चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन, कांग्रेस ने महाविकास आघाडी के बैनर तले एकजुट होकर जोरदार मुकाबला पेश किया। वडेट्टीवार और धानोरकर ने संतोष सिंह रावत के साथ मिलकर रणनीति बनाई, जिसने भाजपा की आक्रामक चालों को नाकाम कर दिया। चिमूर के विधायक बंटी भांगड़िया और चंद्रपुर के विधायक किशोर जोरगेवार ने भाजपा के लिए पूरी ताकत झोंक दी, लेकिन कांग्रेस की एकजुट रणनीति के आगे उनकी कोशिशें कम पड़ गईं।

Mahavikas Aghadi’s spectacular victory in Chandrapur District Bank elections! Congress flag hoisted, Wadettiwar-Dhanorkar unity strengthens claim for president’s post.

सत्ता के लिए कांग्रेस का आत्मविश्वास  

नतीजों के बाद कांग्रेस ने 12 निदेशकों पर दावा ठोका है, जिससे अध्यक्ष पद की दौड़ में उसकी स्थिति मजबूत हो गई है। ललित मोटघरे और रोहित बोम्मावार नामक दो निदेशकों पर भाजपा ने भी दावा किया है, लेकिन सांसद धानोरकर के निवास पर हुई बैठक में इन दोनों ने कांग्रेस के साथ रहने का भरोसा जताया है। कांग्रेस ने अपने निदेशकों को एकजुट रखने के लिए तुरंत कदम उठाए। विश्वसनीय सूत्रों के मुताबिक, निदेशकों को ‘सैर’ पर भेजकर उन्हें एकजुट रखा गया है।

कांग्रेस की रणनीति रही अव्वल  

भाजपा ने एकजुट होकर चुनाव लड़ा, लेकिन कांग्रेस ने इस बार अपनी आंतरिक गुटबाजी पर काबू पाया। वडेट्टीवार, धानोरकर और पूर्व विधायक सुभाष धोटे की एकजुटता ने कांग्रेस को संख्याबल के मामले में बढ़त दिलाई। भाजपा ने 11 निदेशकों पर दावा किया है, लेकिन कांग्रेस की रणनीति ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। कांग्रेस ने बिनविरोध चुने गए निदेशकों के जरिए भाजपा की साठगांठ की कोशिशों को पहले ही भांप लिया और समय रहते रणनीति बनाई।

कांग्रेस के दावे में शामिल निदेशक 

कांग्रेस ने प्रतिभा धानोरकर, संतोष सिंह रावत, रवींद्र शिंदे, संदीप गड्डमवार, विलास मोगरकार, दिनेश चोखारे, रोहित बोम्मावार, जयंत टेंमुर्डे, विजय बावणे, डॉ. अनिल वाढई, ललित मोटघरे और उल्हास करपे पर दावा किया है। इन सभी ने नतीजों के बाद धानोरकर के निवास पर हुई बैठक में कांग्रेस के साथ रहने का संकल्प जताया।

भाजपा का दावा, लेकिन कमजोर पकड़  

भाजपा ने पूर्व विधायक सुदर्शन निमकर, संजय डोंगरे, नंदा अल्लूरवार, गजानन पाथोडे, यशवंत दिघोरे, उल्हास करपे, ललित मोटघरे, आवेश पठान, गणेश तर्वेकर, रोहित बोम्मावार और निशिकांत बोरकर पर दावा ठोका है। लेकिन, संख्याबल में कमी होने के कारण सत्ता स्थापना में उन्हें मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

सहकारी क्षेत्र में कांग्रेस का विजय रथ 

चंद्रपुर जिला बैंक का यह चुनाव कांग्रेस और महाविकास आघाडी की ताकत का प्रतीक बन गया है। वडेट्टीवार और धानोरकर के नेतृत्व में कांग्रेस ने सहकारी क्षेत्र में अपनी बादशाहत कायम रखी है। अध्यक्ष पद की दौड़ में कांग्रेस का दावा मजबूत है, लेकिन भाजपा हार मानने के मूड में नहीं है। आने वाले समय में सत्ता स्थापना की जंग और रोमांचक होने की उम्मीद है।

चंद्रपुर के सहकारी क्षेत्र में कांग्रेस ने एक बार फिर अपनी ताकत का लोहा मनवाया है। अब सबकी नजरें इस बात पर टिकी हैं कि अध्यक्ष पद की माला किसके गले पड़ेगी।