चंद्रपुर:- स्वास्थ्य विभाग में नौकरी दिलाने के नाम पर दो युवकों से 29 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। इस संबंध में एक शिकायत के आधार पर दुर्गापुर पुलिस ने 30 मार्च की रात 8 आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। दुर्गापुर पुलिस ने बताया है कि मामला दर्ज कर लिया गया है और जांच जारी है।
शक्ति नगर के ऊर्जानगर कॉम्प्लेक्स निवासी पीड़ित सौरभ भूते और उसके दोस्त पलाश दहीवड़े ने 30 मार्च की रात दुर्गापुर थाने में शिकायत दर्ज कराई कि घुग्घुस निवासी उनके परिचित राकेश आत्राम ने दिसंबर 2019 में उनसे मुलाकात की थी।और उसने बताया कि उनके मित्र प्रकाश आत्राम नौकरी लगा कर देने का काम करते हैं और उसने ने प्रकाश से मुलाकात करवाई थी। प्रकाश ने बताया कि वह अपने मित्र लॉरेंस मारिदास हेन्री, जो नागपुर निवासी है, और उसके ससुर बसंतकुमार उर्फ वसंतराव उदापुरे को जानता है। लॉरेंस की पत्नी शिल्पा बसंतकुमार उदापुरे मुंबई में स्वास्थ्य विभाग में अधीक्षक के रूप में काम करती हैं। ये सब तुम्हारे लिए नौकरी लगवा कर देंगे और मैं इस पर ध्यान दूंगा।
उदापुरे से बात करने के लिए कहने पर उदापुरे ने उन्हें नागपुर के हुडकेश्वर रोड स्थित मानेवाड़ा स्थित अपने कार्यालय में मिलने के लिए बुलाया। यह सिलसिला जनवरी 2020 में शुरू हुआ। उदापुरे ने बताया कि उनकी बेटी शिल्पा स्वास्थ्य मंत्रालय में कार्यरत है। उन्होंने कहा कि दोनों को राज्य के किसी भी जिले में स्वास्थ्य विभाग में क्लर्क और टाइपिस्ट के पद पर स्थायी नौकरी दी जाएगी। इसके बदले में प्रत्येक व्यक्ति को 15 लाख रुपये देने होंगे। आरोपियों ने एक-एक करके खाते में पैसे जमा करने को कहा, पैसा जमा करने के बाद भी हमको नौकरी नहीं मिली। शिकायत के आधार पर पुलिस ने शिल्पा उदापुरे, बसंतकुमार उदापुरे, लॉरेंस हेन्री, जॉन हेन्री, नितिन साठे, सचिन डोलास, राकेश आत्राम और प्रकाश आत्राम के खिलाफ मामला दर्ज किया।