मुंबई :- महाराष्ट्र में अजीत पवार गुट के नेता बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई है। बांद्रा खेरवाड़ी सिग्नल के बाहर खड़े बाबा सिद्दीकी पर पर हमलावरों ने दो से तीन राउंड फायरिंग की थी। उनको गंभीर हालत में लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उनको मृत घोषित कर दिया गया। मुंबई पुलिस ने दो संदिग्ध लोगों को इस मामले में हिरासत में लिया है।
जानकारी के अनुसार बाबा सिद्दीकी बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर बांद्रा खेरवाड़ी सिग्नल के बाहर खड़े हुए थे। इसी दौरान हमलावरों ने उन पर तीन गोलियां दागी, जो कि पेट में लगी थी। हमले के बाद मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। उनको कार्यकर्ता तुरंत ही लीलावती अस्पताल भर्ती कराया गया था।
बाबा सिद्दीकी का राजनीतिक सफर
बाबा जियाउद्दीन सिद्दीकी महाराष्ट्र के वांद्रा पश्चिम विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक रहे हैं।
1999, 2004 और 2009 में लगातार तीन बार विधायक का चुनाव जीता है।
2004-2008 के बीच कांग्रेस व एनसीपी की सरकार में वह खाद्य, नागरिक आपूर्ति, श्रम और एफडीए के राज्य मंत्री भी रहे हैं।
सिद्दीकी ने 1992-1997 के बीच नगर निगम पार्षद के रूप में भी काम किया।
मुंबई क्षेत्रीय कांग्रेस समिति के अध्यक्ष और महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस समिति के संसदीय बोर्ड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष की भी जिम्मेदारी संभाली।
08 फरवरी 2024 को उन्होंने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था।
12 फरवरी 2024 को उन्होंने अजीत पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में जॉइन की।
बाबा सिद्दीकी की मौत पर राजनीतिक बवाल….शिवसेना (यूबीटी) ने मांगा गृहमंत्री फड़णवीस से इस्तीफा
शिवसेना (यूबीटी) के प्रवक्ता आनंद दुबे ने कहा कि अगर हमारे शहर मुंबई में पूर्व विधायक सुरक्षित नहीं हैं। सरकार के नेता सुरक्षित नहीं हैं, तो यह सरकार आम लोगों की सुरक्षा कैसे करेगी? अगर वे अपने विधायकों और पूर्व मंत्रियों को सुरक्षित नहीं रख सकते हैं, तो गृह मंत्री देवेन्द्र फड़णवीस को इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्हें गृह मंत्री बने रहने का कोई अधिकार नहीं है। मुंबई की सड़कों पर दिनदहाड़े गोलीबारी हो रही है। क्या यही कानून व्यवस्था है? अपराधियों को कोई डर नहीं है।