नागपुर की सुनीता जमगड़े जासूसी के आरोप में गिरफ्तार, कारगिल बॉर्डर पार कर पहुंची थी पाकिस्तान

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पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में नागपुर की सुनीता जमगड़े गिरफ्तार

नागपुर, 4 जून 2025: महाराष्ट्र के नागपुर की रहने वाली 43 वर्षीय सुनीता जमगड़े को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में नागपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सुनीता ने मई 2025 में कारगिल के हुंदरमन गांव से नियंत्रण रेखा (LoC) पार कर पाकिस्तान में अवैध रूप से प्रवेश किया था, जिसके बाद पाकिस्तानी रेंजर्स ने उसे हिरासत में लिया और 15 दिन बाद 28 मई को अटारी-वाघा सीमा पर भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) को सौंप दिया। अब उसके खिलाफ ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट (OSA) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है, और नागपुर पुलिस उससे गहन पूछताछ कर रही है।

गूगल मैप्स की मदद से पार की थी सीमा 

पुलिस सूत्रों के अनुसार, सुनीता ने गूगल मैप्स का इस्तेमाल कर कारगिल के दुर्गम इलाकों से होकर पाकिस्तान में प्रवेश किया था। उसने पूछताछ में दावा किया कि वह नौकरी की तलाश में पाकिस्तान गई थी और उसे लगा कि वीजा के बिना भी वह सीमा पार कर सकती है, जैसा कि उसने पहले भूटान और नेपाल की यात्रा के दौरान किया था। हालांकि, उसके बार-बार बदलते बयानों और फोन में मिले संदिग्ध संदेशों ने सुरक्षा एजेंसियों का शक गहरा कर दिया है।

पाकिस्तानी नागरिकों से थी संपर्क में 

जांच में खुलासा हुआ है कि सुनीता सोशल मीडिया के जरिए तीन पाकिस्तानी नागरिकों—जुल्फिकार, असद और तौफीक—के संपर्क में थी। पुलिस को संदेह है कि उसने इनके साथ संवेदनशील जानकारी साझा की हो सकती है। सुनीता के मोबाइल फोन को जब्त कर लिया गया है, जो फॉर्मेट किया हुआ पाया गया। फोरेंसिक टीम डिलीट किए गए डेटा को रिकवर करने की कोशिश कर रही है। इसके अलावा, उसके फोन में एक संदिग्ध ऐप भी मिला है, जिसकी जांच जारी है।

पहले भी दो बार की थी कोशिश  

यह पहली बार नहीं है जब सुनीता ने पाकिस्तान जाने की कोशिश की। मार्च 2025 में उसे अटारी-वाघा सीमा पर बीएसएफ ने रोका था, तब उसकी मानसिक स्थिति पर सवाल उठाए गए थे। परिवार के अनुसार, सुनीता मानसिक स्वास्थ्य उपचार के तहत थी, और उसकी मां निर्मला जमगड़े ने पुलिस को बताया कि वह मानसिक रूप से अस्थिर है। हालांकि, सुरक्षा एजेंसियां इस मामले को जासूसी के दृष्टिकोण से देख रही हैं और यह जांच कर रही हैं कि क्या सुनीता का कोई संगठित नेटवर्क से संबंध था।

बेटे को छोड़कर गई थी कारगिल

सुनीता 4 मई को अपने 13 वर्षीय बेटे के साथ नागपुर से निकली थी और 9 मई को कारगिल पहुंची। 14 मई को उसने अपने बेटे को हुंदरमन गांव के एक होटल में छोड़कर सीमा पार कर ली। बेटे को बाद में चाइल्ड वेलफेयर कमेटी को सौंप दिया गया, जो अभी उनकी देखरेख में है।

पुलिस और केंद्रीय एजेंसियां सतर्क 

नागपुर पुलिस के डीसीपी निकेतन कदम ने बताया कि सुनीता को अमृतसर से नागपुर लाने के लिए एक चार सदस्यीय पुलिस टीम भेजी गई थी, जो 28 मई को उसे लेकर लौटी। कोर्ट ने उसे 2 जून तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया था, और आज उसे फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा। पुलिस और केंद्रीय जांच एजेंसियां यह पता लगाने में जुटी हैं कि सुनीता ने भारत की किन-किन जानकारियों को पाकिस्तान के साथ साझा किया और उसका असल मकसद क्या था।

ज्योति मल्होत्रा से तुलना  

इस मामले ने हरियाणा की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के मामले की याद दिला दी, जो पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI के संपर्क में थी और जासूसी के आरोप में जेल में है। सुरक्षा एजेंसियां इस बात की जांच कर रही हैं कि क्या सुनीता का मामला भी किसी बड़े जासूसी नेटवर्क से जुड़ा है।

आगे की कार्रवाई

नागपुर पुलिस ने सुनीता के सोशल मीडिया अकाउंट्स की गहन जांच शुरू कर दी है। केंद्रीय एजेंसियां और बीएसएफ इस मामले में समन्वय के साथ काम कर रही हैं। पुलिस का कहना है कि कोर्ट में पेशी के दौरान और बड़े खुलासे हो सकते हैं। यह मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा होने के कारण बेहद संवेदनशील माना जा रहा है।