चंद्रपुर : मोबाइल फोन आज के समय में हर किसी की जरूरत बन गया है, लेकिन यह जानलेवा भी हो सकता है, इसकी कल्पना शायद ही कोई करता होगा। ऐसा ही एक दर्दनाक हादसा भंडारा जिले के साकोली तहसील के सिरेगांवबांध गांव में शुक्रवार रात हुआ, जिसमें एक स्कूल के प्रधानाध्यापक को अपनी जान गंवानी पड़ी। इस घटना ने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी है।
कैसे हुआ हादसा ?
प्रधानाध्यापक सुरेश संग्रामे और उनके साथी नत्थु गायकवाड़ एक कार्यक्रम में जा रहे थे। उसी दौरान, सुरेश संग्रामे की जेब में रखा मोबाइल फोन अचानक फट गया। इस विस्फोट से उनके कपड़ों में आग लग गई। आग से गंभीर रूप से झुलसे संग्रामे को तुरंत अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
साथी भी घायल
इस हादसे में उनके साथ बाइक पर पीछे बैठे नत्थु गायकवाड़ भी घायल हो गए। विस्फोट के बाद वह बाइक से गिर गए, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। फिलहाल उनका इलाज जिला सामान्य अस्पताल में चल रहा है।
मुख्याध्यापक के बारे में जानकारी
सुरेश संग्रामे कुरखेडा तहसील के कसारी जिला परिषद प्राथमिक स्कूल में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत थे। उनकी असमय और अप्रत्याशित मृत्यु ने गांव और उनके सहकर्मियों को शोकाकुल कर दिया है।
परिवार और गांव में शोक की लहर
इस घटना के बाद संग्रामे के परिवार पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है। गांव के लोगों ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है।
सुरक्षा को लेकर सवाल
यह घटना मोबाइल फोन की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि मोबाइल फटने की घटनाएं अक्सर बैटरी में खराबी या अत्यधिक गर्मी के कारण होती हैं। यह घटना एक चेतावनी है कि मोबाइल फोन का सही और सुरक्षित उपयोग किया जाए।
यह हादसा एक त्रासदी है, जो सभी को मोबाइल फोन के सुरक्षित उपयोग और उनकी देखरेख के प्रति सतर्क रहने की सीख देता है।