मनपा जोन 2 बन गया भ्रष्टाचार का अड्डा

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मनपा जोन 2 बन गया भ्रष्टाचार का अड्डा

अतिक्रमण के नाम पर नागरिकों को मिल रही धमकियां

🔴 भ्रष्टाचार के गढ़ मनपा जोन-2 में मनमानी चरम पर

➤ चंद्रपुर महानगर पालिका के जोन क्रमांक 2 में पिछले कई दिनों से नागरिक लगातार उत्पीड़न झेल रहे हैं।

➤ यहां तैनात कुछ अधिकारी और कर्मचारी मनमानी व धमकियों का सहारा लेकर आम लोगों को परेशान कर रहे हैं।

➤ भ्रष्टाचार और रिश्वत का बोलबाला ऐसा कि नागरिकों में आक्रोश और बेबसी दोनों दिखाई देती है।

🔴 मंजूर नक्शे के बावजूद नागरिकों को धमकियां!

➤ शिकायतें बताती हैं कि मकान निर्माण के लिए मंजूर नक्शा होने पर भी जोन-2 के अधिकारी नागरिकों को परेशान कर रहे हैं।

➤ “अतिक्रमण” का हवाला देकर

* निर्माणाधीन मकान तोड़ने की धमकी,

* डराए गए नागरिकों से “डील” और रिश्वत की मांग…

यह अब यहां का नियमित चलन बन चुका है।

🔴 जो न डरे, उसे टारगेट बनाने की रणनीति

➤ जो नागरिक, अधिकारी की धमकियों में नहीं आता, उसे, उसकी

* फाइल रोकना,

* नए नियम थोपना,

* बेवजह चक्कर लगवाना

जैसे हथकंडों से परेशान किया जाता है।

➤ नतीजा यह कि सरकारी योजनाओं के लाभ समय पर नागरिकों तक नहीं पहुंच पा रहे।

🔴 जनप्रतिनिधि नहीं, इसलिए अफसरों की मनमानी

➤ पिछले 3 वर्षों से मनपा चुनाव न होने के कारण कुछ अफसर खुद को “मनपा का मालिक” समझने लगे हैं।

➤ शीर्ष एवं स्थानीय स्तर पर चुने हुए जनप्रतिनिधियों की गैरमौजूदगी ने इन अधिकारियों को बेलगाम बना दिया है।

🔴 जनता की मजबूरी : रिश्वत देकर काम करवाना

➤ परेशान नागरिक भ्रष्ट अधिकारियों से उलझने की बजाय

 

* रिश्वत

* “सेटिंग”

* और अनौपचारिक भुगतान

के जरिए अपना काम करवाने को मजबूर हैं।

➤ भ्रष्ट कर्मचारियों की जेबें भरते-भरते जनता अब थक चुकी है।

 

🔴 जोन 2 के उपायुक्त पर संदिग्ध भूमिका के आरोप

➤ नागरिकों का आरोप है कि जोन-2 के उपायुक्त की भूमिका भी संदिग्ध है।

➤ उनका कहना है कि भ्रष्ट कर्मचारियों की बढ़ती हिम्मत बिना वरिष्ठ अधिकारी की मिलीभगत के संभव नहीं।

➤ उपायुक्त से स्वच्छ व पारदर्शी प्रशासन की उम्मीद थी, पर उल्टा उनका रवैया सवालों में है।

 

🔴 नागरिकों की मांग : उच्च स्तरीय जांच अनिवार्य

➤ स्थानीय नागरिकों ने मांग उठाई है कि –

* जोन-2 कार्यालय में चल रही सभी प्रक्रियाओं,

* फाइल प्रबंधन,

* अतिक्रमण कार्रवाई,

* और रिश्वतखोरी

की उच्च स्तरीय, निष्पक्ष और गहन जांच कराई जाए। सत्ता साथ एंटी करप्शन ब्यूरो के माध्यम से भी इसकी अलग से जांच होनी चाहिए।

➤ केवल इसी तरह से मनपा की अत्यावश्यक सेवाओं को प्रभावित करने वाले भ्रष्टाचार पर नकेल कसना संभव है।

 

अंतिम बात :

➤ जोन-2 में भ्रष्टाचार केवल एक शिकायत नहीं, बल्कि व्यवस्थित बीमारी की तरह फैल चुका है।

➤ यदि प्रशासन ने अब भी कार्रवाई नहीं की, तो जनता में बढ़ता आक्रोश एक बड़े आंदोलन का रूप ले सकता है, जिसका जिम्मेदार स्वयं मनपा अधिकारी होंगे।