■ दिल्ली की प्रेस कांफ्रेंस में चंद्रपुर-राजुरा के वोट चोरी का मामला गूंजा
चंद्रपुर.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज, 18 सितंबर 2025 की सुबह 10 बजे के दौरान दिल्ली में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के राजुरा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में हुई वोट चोरी के मामले को गंभीरता से उजागर किया। इस मौके पर उन्होंने चुनाव आयोग पर अनेक संगीन आरोप लगाए। राहुल गांधी ने आज देश के पटल पर महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के राजुरा विधानसभा क्षेत्र में वोट चोरी का मामला जोरदार तरीके से उठाया। उन्होंने कहा कि यह कोई अकेला मामला नहीं, बल्कि पूरे देश में लोकतंत्र को कमजोर करने वाली एक सुनियोजित साजिश है।
राहुल गांधी के प्रमुख आरोप
उन्होंने आरोप लगाया कि राजुरा में करीब 6,850 वोटरों की सूची में गड़बड़ी की गई, कुछ जगहों पर नाम बिना जानकारी के डिलीट किए गए, तो कुछ जगहों पर फर्जी नाम जोड़े गए।
राहुल गांधी ने कहा, “यह वही पैटर्न है, जो हमने कर्नाटक, हरियाणा, यूपी और बिहार में देखा। जिन लोगों ने नाम जोड़े या हटाए, उन्हें खुद इसकी जानकारी नहीं। यह पूरे सिस्टम का खेल है।”
उन्होंने दावा किया कि वोटरों के नाम और पते फर्जी तरीके से भरे गए, जैसे एक ही नाम या पते को बार-बार जोड़ना।
चुनाव आयोग पर सीधा हमला
कांग्रेस नेता ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर आरोप लगाया कि वे लोकतंत्र को नुकसान पहुंचाने वालों को “बचाने” का काम कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा, “हमारे पास 100% बुलेटप्रूफ सबूत हैं। अगर चुनाव आयोग एक हफ्ते के भीतर ओटीपी और वोटर डेटा सार्वजनिक नहीं करता, तो देश मान लेगा कि चीफ इलेक्शन कमिश्नर लोकतंत्र की हत्या में शामिल हैं।”
उन्होंने चेतावनी दी कि कर्नाटक CID ने भी चुनाव आयोग से सबूत मांगे हैं, और देरी देश की चुनावी प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाती है।
‘राष्ट्रीय स्तर की साजिश’ का आरोप
राहुल गांधी ने दावा किया कि यह सिस्टम केवल महाराष्ट्र तक सीमित नहीं, बल्कि कर्नाटक, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार सहित कई राज्यों में सक्रिय है। उन्होंने कहा कि “युवा पीढ़ी को इस लोकतंत्र-विरोधी साजिश को समझना होगा” और चुनाव आयोग को उसकी संवैधानिक जिम्मेदारी निभाने की चेतावनी दी।
कांग्रेस की मांग
कांग्रेस ने तुरंत डेटा जारी करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। राहुल गांधी ने कहा कि यदि चुनाव आयोग चुप रहा, तो यह “वोट चोरी” का मुद्दा देशभर में आंदोलन का रूप ले सकता है।
अंतिम बात :
यह बयान ऐसे समय आया है जब महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में आगामी स्थानीय निकाय चुनावों की तैयारी चल रही है। राहुल गांधी की यह प्रेस कॉन्फ्रेंस न केवल चंद्रपुर-राजुरा बल्कि देशव्यापी स्तर पर चुनावी पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।










