चंद्रपुर: बाजार समिति चुनाव में हंगामा, जिला बैंक अध्यक्ष पर मारपीट का आरोप

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Chandrapur: Ruckus in market committee election, District Bank president accused of assault

चंद्रपुर, 4 सितंबर 2025: चंद्रपुर जिले की भद्रावती कृषि उत्पन्न बाजार समिति के सभापति पद के चुनाव के बाद माहौल उस समय गरमा गया, जब जिला मध्यवर्ती बैंक के अध्यक्ष और भाजपा नेता रविंद्र शिंदे पर एक संचालक से मारपीट करने का सनसनीखेज आरोप लगा। भद्रावती के पूर्व नगराध्यक्ष और बाजार समिति के संचालक ज्ञानेश्वर डुकरे ने शिंदे के खिलाफ भद्रावती पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने इस मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 115(2), 352, और 351(2) के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

राजनीतिक ड्रामे ने लिया हिंसक रूप

बाजार समिति के सभापति पद का चुनाव इस बार राजनीतिक उथल-पुथल का गवाह बना। सूत्रों के मुताबिक, रविंद्र शिंदे, जो पहले शिवसेना (उबाठा) के जिला प्रमुख थे, हाल ही में भाजपा में शामिल हुए थे। उनके साथ डुकरे सहित कांग्रेस और उबाठा गुट के कई संचालक भी भाजपा में आ गए थे। डुकरे को कथित तौर पर सभापति पद का लालच दिया गया था, लेकिन अंतिम समय में भाजपा ने राजू डोंगे को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। इससे नाराज डुकरे ने भी सभापति पद के लिए नामांकन दाखिल कर दिया, जिसने समीकरण और बिगाड़ दिए।

चुनाव के बाद हिंसा मारपीट 

चुनाव संपन्न होने के बाद डुकरे और वर्तमान शिवसेना (उबाठा) जिला प्रमुख भास्कर ताजने के बीच बातचीत चल रही थी। इसी दौरान रविंद्र शिंदे वहां पहुंचे और आरोप है कि उन्होंने दोनों को गालियां दीं और डुकरे के साथ मारपीट की। इस घटना ने स्थानीय राजनीति में हड़कंप मचा दिया है। डुकरे ने तुरंत भद्रावती पुलिस थाने में शिंदे के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया।

पुलिस ने शुरू की जांच  

भद्रावती पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए शिंदे के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी गई है। इस घटना ने न केवल बाजार समिति के चुनाव को चर्चा में ला दिया है, बल्कि स्थानीय स्तर पर भाजपा और शिवसेना (उबाठा) के बीच तनाव को भी उजागर किया है।

क्या कहते हैं सूत्र?  

सूत्रों का कहना है कि सभापति पद को लेकर चली आ रही सियासी जंग इस घटना का मुख्य कारण हो सकती है। डुकरे का भाजपा से मोहभंग और स्वतंत्र रूप से नामांकन दाखिल करना शिंदे को नागवार गुजरा, जिसके चलते यह विवाद हिंसक रूप ले लिया। इस घटना के बाद स्थानीय लोग और राजनीतिक हलकों में तरह-तरह की चर्चाएं तेज हो गई हैं।

आगे क्या ?

यह मामला अब कानूनी दायरे में पहुंच चुका है, और पुलिस की जांच से यह साफ होगा कि इस सियासी ड्रामे का अगला मोड़ क्या होगा। फिलहाल, चंद्रपुर की राजनीति में यह घटना एक बड़े विवाद का रूप ले चुकी है, जिस पर सभी की नजरें टिकी हैं।