स्क्रब टायफस के प्रति सतर्कता बरतना जरूरी – चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी
महानगरपालिका चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नयना उत्तरवार की अपील
चंद्रपुर, 2 सितंबर 2025: मानसून के मौसम में स्क्रब टायफस नामक खतरनाक बीमारी का प्रकोप बढ़ रहा है। यह ओरिएंटिया सुत्सुगामुशी जीवाणु के कारण होने वाला रोग है, जो माइट्स (चिगर्स) के काटने से फैलता है। इसे बुश टायफस भी कहा जाता है। चंद्रपुर महानगरपालिका की वैद्यकीय स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नयना उत्तरवार ने नागरिकों से इस बीमारी के प्रति सतर्क रहने और तत्काल उपचार व रोकथाम के उपाय अपनाने की अपील की है। साथ ही, मनपा स्वास्थ्य केंद्रों में सुविधाओं की कमी से उत्पन्न हो रही समस्याओं पर भी मनपा आयुक्त और स्वास्थ्य अधिकारियों को ध्यान देने की जरूरत है।
स्क्रब टायफस: कैसे फैलता है यह रोग?
डॉ. नयना उत्तरवार ने बताया कि स्क्रब टायफस संक्रमित चिगर्स के काटने से मानव शरीर में प्रवेश करता है। यह जीवाणु रक्तप्रवाह में मिलकर तेजी से फैलता है और गंभीर लक्षण पैदा करता है। खासकर मानसून में नमी और गंदगी के कारण इस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है।
लक्षण: इन संकेतों को न करें नजरअंदाज
स्क्रब टायफस के लक्षण इस प्रकार हैं:
- – तेज बुखार (6 से 21 दिनों के भीतर)
- – सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द
- – कंपकंपी, मितली, उल्टी
- – गले में खराश, सूखी खांसी
- – सांस लेने में तकलीफ
- – दस्त, गैस, सूजन
- – लसिकाग्रंथियों में सूजन
- – गंभीर स्थिति में: भ्रम, दौरा, रक्तचाप में कमी, बेहोशी
- – चिगर के काटने की जगह पर घाव (व्रण) एक महत्वपूर्ण संकेत है।
रोकथाम: इन उपायों से रहें सुरक्षित
डॉ. उत्तरवार ने नागरिकों को निम्नलिखित सावधानियां बरतने की सलाह दी है:
- – बुखार या लक्षण दिखते ही तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- – पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनें, खासकर खेतों या जंगलों में काम करने वाले।
- – घर और आसपास पानी जमा न होने दें, स्वच्छता बनाए रखें।
- – कपड़ों को धोकर और धूप में सुखाकर इस्तेमाल करें।
- – जरूरत पड़ने पर कीटनाशक या तणनाशक का छिड़काव करें।
- – चूहों पर नियंत्रण रखें, क्योंकि वे भी इस रोग के वाहक हो सकते हैं।
निदान और उपचार: समय पर कदम उठाएं
स्क्रब टायफस का निदान रक्त जांच और मरीज के इतिहास के आधार पर किया जाता है। प्रभावी उपचार के लिए समय पर निदान जरूरी है। एंटीबायोटिक्स थेरेपी इस बीमारी का मुख्य उपचार है। विशेषज्ञ डॉक्टर की सलाह लेना अनिवार्य है। उपचार में देरी होने पर गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं, जो जानलेवा भी हो सकती हैं।
मनपा स्वास्थ्य केंद्रों में सुविधाओं की कमी
स्क्रब टायफस जैसे गंभीर रोग के बीच चंद्रपुर महानगरपालिका के स्वास्थ्य केंद्रों में सुविधाओं की कमी चिंता का विषय बनी हुई है। अपर्याप्त चिकित्सा उपकरण, दवाइयों की कमी और कर्मचारियों की अपर्याप्त संख्या के कारण स्वास्थ्य कर्मचारियों और नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इससे मरीजों को समय पर उपचार मिलने में बाधा आ रही है। स्थानीय नागरिकों ने मनपा आयुक्त और स्वास्थ्य अधिकारियों से इन समस्याओं पर तत्काल ध्यान देने और सुविधाओं में सुधार की मांग की है।
स्वास्थ्य अधिकारी का संदेश
डॉ. नयना उत्तरवार ने नागरिकों से अपील की है कि वे स्क्रब टायफस के प्रति जागरूक रहें। समय पर निदान, त्वरित उपचार और रोकथाम के उपायों से इस बीमारी को पूरी तरह नियंत्रित किया जा सकता है। साथ ही, उन्होंने प्रशासन से स्वास्थ्य केंद्रों की सुविधाओं को बेहतर करने के लिए ठोस कदम उठाने का अनुरोध किया है।
*चंद्रपुर की जनता से अपील है कि मानसून में सतर्क रहें और स्वास्थ्य केंद्रों की समस्याओं के समाधान के लिए प्रशासन तुरंत कार्रवाई करे।*










