■ नकली शराब के बाद डुप्लिकेट शीत पेय का बाजार गर्म
चंद्रपुर.
बीते दिनों जिले के बल्लारपुर क्षेत्र में नकली शराब का मामला उजागर हुआ था। आबकारी विभाग की नाकामी तो हर बार जिले में चर्चा का विषय बनती रही है। आए दिन आबकारी विभाग की लापरवाही के कारण नकली शराब धड़ल्ले से वैध और अवैध दुकानों में बिकने की खबरें उजागर होने के बावजूद यह विभाग सुधर नहीं पाया। अब एक ताजा मामला सामने आ रहा है। जिले में बीते कुछ माह से नकली कोल्ड ड्रिंक बिकने की शिकायतें मिल रही है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार नकली शीत पेय बनाकर हूबहू बोतलों में इसे भरकर एजेंसियों के माध्यम से दुकानदारों तक और फिर ग्राहकों तक पहुंचाया जा रहा है। खासकर यह फर्जीवाड़ा थम्सअप, फैन्टा, स्प्राइट आदि में दिखाई पड़ रहा है। संबंधित प्रशासन को तत्काल इसके सैंपल लेकर उचित कार्रवाई करना चाहिए। साथ संबंधित बड़ी कंपनियों को भी इस रैकेट का पर्दाफाश करने की आवश्यकता है।
🧊 अब चंद्रपुर में नकली कोल्ड ड्रिंक का धंधा जोरों पर !
■ नकली शराब के बाद अब ‘ठंडक’ में भी ज़हर
🔴 चौंकाने वाला खुलासा : अब नकली कोल्ड ड्रिंक भी बिक रही है खुलेआम
चंद्रपुर में पहले ही नकली शराब की बिक्री से जनता की सेहत खतरे में थी, लेकिन अब एक और गंभीर खतरे ने दस्तक दी है। शहर के बाजारों में खुलेआम डुप्लिकेट कोल्ड ड्रिंक बेचे जा रहे हैं, जो न केवल उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हैं, बल्कि बड़े ब्रांड्स की प्रतिष्ठा पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं।
⚠️ क्या है मामला ?
▪ स्थानीय दुकानों, ढाबों और स्ट्रीट वेंडरों के पास बिक रहे ये कोल्ड ड्रिंक, दिखने में हूबहू ब्रांडेड बोतलों जैसे हैं।
▪ नाम, रंग, लोगो, कैप और फ्लेवर – सबकुछ असली जैसा लगता है, लेकिन असल में ये पूरी तरह नकली हैं।
▪ स्वास्थ्य विभाग और एफडीए के पास अभी तक कोई ठोस शिकायत अथवा कार्यवाही की रिपोर्ट नहीं है।
🧪 जांच में क्या सामने आया ?
▪ सूत्रों के अनुसार, कुछ स्थानीय दुकानों में खुले में केमिकल युक्त ये पेय पहुंचाए जा रहे हैं।
▪ अंदेशा है कि बॉटलिंग में घटिया पानी या हैंडपंप का पानी उपयोग हो रहा है।
▪ मिठास के लिए सस्ते केमिकल और कृत्रिम फ्लेवर डाले जाते हैं, जो आंतरिक अंगों पर गंभीर असर डाल सकते हैं।
🧒 बच्चों और युवाओं पर सीधा असर
▪ स्कूल-कॉलेज के बाहर बिक रही यह नकली कोल्ड ड्रिंक छात्रों के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गई है।
▪ डॉक्टर्स का कहना है कि इनमें मौजूद कृत्रिम रंग और हानिकारक एसिड लिवर, किडनी और हार्ट पर असर डाल सकते हैं।
📢 प्रशासन पर सवाल
▪ पहले नकली शराब और अब नकली कोल्ड ड्रिंक, आखिर प्रशासन सो क्यों रहा है ?
▪ आम जनता की शिकायतों के बावजूद कोई सघन जांच या रेड नहीं की गई है।
▪ किसकी शह पर यह धंधा चल रहा है ? – यह सवाल अब जनता पूछ रही है।
🧾 मिलावट की पहचान कैसे करें ? – जनहित में सुझाव
✅ बोतल की सील ध्यान से देखें – ढीली या हल्की हो तो सतर्क हो जाएं
✅ ब्रांड नाम और लोगो की प्रिंट क्वालिटी देखें – नकली में अक्सर धुंधलापन होता है
✅ टेस्ट में असमानता लगे या फिज़ न के बराबर हो – तुरंत छोड़ दें
✅ किसी भी शीत पेय में गाढ़ापन, झाग या तीव्र गंध हो तो न पिएं
🔎 अब तक की स्थिति
🔹 नकली पेय से अब तक किसी बड़े हादसे की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन जानकारों का कहना है कि अगर तुरंत कार्रवाई नहीं हुई, तो सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट बन सकता है।
🗣️ जनता की मांग
“पुलिस और स्वास्थ्य विभाग को संयुक्त कार्रवाई करनी चाहिए। जिस तरह नकली शराब के अड्डों का पता लगाकर उन्हें तोड़े जाते हैं, वैसे ही इन नकली कोल्ड ड्रिंक माफियाओं को भी बेनकाब किया जाए।”
🚨 ठंडक नहीं, खतरे की घंटी है यह शीत पेय !
अब वक्त आ गया है कि प्रशासन जागे और इस डुप्लिकेट ठंडक कारोबार पर रोक लगाए।
स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।
क्योंकि एक बोतल सस्ती हो सकती है, लेकिन उसकी कीमत ज़िंदगी से ज़्यादा कभी नहीं हो सकती।