मंत्री भोसले का दौरा : चंद्रपुर को इवेंट नहीं, न्याय मिले

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■ क्या सरकार से पीड़ित ठेकेदारों के 2000 करोड़ रुपए चुकता कर पाएंगे शिवेंद्रराजे ?

चंद्रपुर.
चंद्रपुर शहर में आज निर्माण विभाग के मंत्री शिवेंद्रराजे भोसले आ चुके हैं। उनके इस आगमन को लेकर शहर में विविध कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है। लेकिन क्या वे यहां के निर्माण क्षेत्र से संबंधित अन्यायग्रस्त ठेकेदारों के हजारों करोड़ की बकाया राशि को लेकर सरकार का रुख साफ करते हुए उन्हें न्याय दे पाएंगे ? या उनका दौरा महज एक औपचारिक और राजनीतिक इवेंट बनकर ही रह जाएगा ? यह अहम सवाल उठने लगा है।

🛑 निर्माण मंत्री शिवेंद्रराजे का चंद्रपुर दौरा – क्या ठेकेदारों को मिलेगा न्याय या फिर होगी सिर्फ औपचारिकता ?

⚠️ 2,000 करोड़ रुपये से अधिक बकाया – ठेकेदार संकट में
➤ चंद्रपुर जिले में आज महाराष्ट्र के निर्माण कार्य मंत्री शिवेंद्रराजे भोसले का आगमन हुआ। शहर में इस अवसर पर कई औपचारिक और भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए, लेकिन इस दौरे के पीछे एक गंभीर प्रश्न भी छिपा है – क्या मंत्रीजी ठेकेदारों की 2,000 करोड़ से भी ज्यादा की बकाया राशि पर कोई ठोस निर्णय देंगे या यह दौरा भी केवल राजनीतिक औपचारिकता बनकर रह जाएगा ?

🔍 ठेकेदारों की हालत गंभीर – शासन बना मौनदर्शक

एक साल से नहीं मिला भुगतान :
➤ सड़क, पुल, शासकीय इमारतें, सिविल कार्य जैसे अनेक प्रोजेक्ट्स करने वाले ठेकेदारों को पिछले एक वर्ष से उनकी मेहनत की राशि नहीं मिली है।

2,000 से 3,000 करोड़ की बकाया राशि :
➤ विभिन्न सरकारी विभागों द्वारा किए गए कार्यों का यह भुगतान अभी तक अटका हुआ है।
➤ कई ठेकेदार भारी कर्ज में फंस चुके हैं, और कुछ कार्य अधर में लटक गए हैं।

🏗️ ठेकेदार संघ की बैठक – बड़ा फैसला संभव

📌 चंद्रपुर में आयोजित ठेकेदार संघ की अहम बैठक में :
➤ देरी से भुगतान, शासन की टालमटोल नीति और ठेकेदारों की बिगड़ती आर्थिक हालत पर गंभीर चर्चा हुई।
➤ ठेकेदारों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द निर्णय नहीं हुआ, तो वे सरकारी कार्यों व निविदाओं का बहिष्कार कर सकते हैं।

📅 30 जुलाई को होगा अंतिम फैसला :
➤ ठेकेदार संघ उस दिन निर्णय करेगा कि वे भविष्य में सभी शासकीय कार्यों से खुद को अलग करेंगे या नहीं।

🧱 बहिष्कार से रुक सकते हैं विकास कार्य

🛑 यदि ठेकेदारों ने शासकीय कामकाज से किनारा किया :
➤ कई सरकारी विकास योजनाएं थम जाएंगी।
➤ सड़क, पुल, भवन निर्माण जैसी परियोजनाएं रुक सकती हैं।
➤ जनता को सीधे तौर पर इसका असर भुगतना पड़ सकता है।

मंत्री का दौरा – उम्मीद या औपचारिकता ?
➤ अब सबकी निगाहें इस बात पर हैं कि :
🔹 क्या मंत्री शिवेंद्रराजे भोसले ठेकेदारों की समस्याओं को लेकर सरकार का स्पष्ट रुख रखेंगे ?
🔹 क्या वे बकाया भुगतान को लेकर कोई समयबद्ध योजना घोषित करेंगे ?
🔹 या यह दौरा भी फूल-मालाओं, स्वागत समारोह और भाषणों में सिमट कर रह जाएगा ?

🔚 अंतिम बात :
➤ मूल सवाल यही है :
➤ क्या चंद्रपुर में विकास की रफ्तार को कायम रखने के लिए मंत्री भोसले और राज्य सरकार समय रहते ठोस कदम उठाएंगे ?
➤ या फिर यह बढ़ता बकाया संकट चंद्रपुर सहित राज्य की विकास यात्रा को लंबा ब्रेक देगा ?

👉 जनता, ठेकेदार और शासन – तीनों के लिए अब निर्णय का समय है।