चंद्रपुर-नागपुर हाईवे की बदहाली के खिलाफ सांसद प्रतिभा धानोरकर का आक्रामक रुख! ,तत्काल मरम्मत करें, नहीं तो टोल वसूली बंद करें  

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The condition of Chandrapur-Nagpur highway is bad: MP Dhanorkar demands to stop toll

चंद्रपुर: चंद्रपुर-नागपुर हाईवे की दयनीय स्थिति और चल रही टोल वसूली के खिलाफ चंद्रपुर-वणी-अरनी लोकसभा क्षेत्र की सांसद प्रतिभा धानोरकर ने आक्रामक रुख अपनाया है। उन्होंने लोक निर्माण मंडल के अधीक्षक अभियंता को पत्र लिखकर इस गंभीर समस्या की ओर ध्यान आकर्षित किया है और सड़क की तत्काल मरम्मत करने तथा सड़क सुचारू होने तक टोल वसूली रोकने की मागणी की है।

सांसद प्रतिभा धानोरकर ने अपने पत्र में उल्लेख किया है कि चंद्रपुर-नागपुर हाईवे पर कई जगहों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। बारिश का मौसम शुरू होने के कारण यह समस्या और भी गंभीर हो गई है, जिससे वाहन चालकों और नागरिकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इस बदहाली के कारण भविष्य में बड़े हादसे होने और जानमाल के नुकसान की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता, जैसा कि उन्होंने रेखांकित किया है।

यह हाईवे बीओटी (बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर) सिद्धांत पर बनाया गया है। इस सिद्धांत के अनुसार अच्छी गुणवत्ता वाली सड़क के लिए टोल वसूली की अपेक्षा की जाती है, लेकिन वर्तमान में हाईवे की स्थिति अत्यंत खराब हो चुकी है। एक ओर सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं, वहीं दूसरी ओर उसी खराब सड़क के लिए टोल वसूली जारी है, जो पूरी तरह से गलत नीति है। इससे नागरिकों में तीव्र असंतोष पैदा हो गया है, जैसा कि सांसद प्रतिभा धानोरकर ने जोर देकर कहा है।

इस पृष्ठभूमि में, सांसद प्रतिभा धानोरकर ने अधीक्षक अभियंता से अनुरोध किया है कि चंद्रपुर-नागपुर हाईवे की तत्काल और प्राथमिकता के आधार पर मरम्मत की जाए। साथ ही, जब तक सड़क की मरम्मत पूरी नहीं हो जाती और यह वाहनों के लिए सुचारू नहीं हो जाती, तब तक इस हाईवे पर टोल वसूली रोकने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जाए, जैसा कि उन्होंने पत्र में उल्लेख किया है।

इस गंभीर मुद्दे पर सांसद प्रतिभा धानोरकर द्वारा अपनाया गया आक्रामक रुख चंद्रपुर जिले के नागरिकों के लिए राहत की बात है। उनके इन प्रयासों से चंद्रपुर-नागपुर हाईवे पर यात्रा का अनुभव सुरक्षित और सुगम होने की उम्मीद है। इस पत्र की प्रतियां कार्यकारी अभियंता, लोक निर्माण विभाग क्र. 1, चंद्रपुर और परियोजना निदेशक, महामार्ग प्राधिकरण, चंद्रपुर को भी भेजी गई हैं।