BJP खुद BJP विरोधी : मोदी-फडणवीस के ‘अमृत’ के खिलाफ चेतावनी, क्या मोर्चा निकाल पाएंगे ‘सुभाष’ ?

139

■ भाजपा सत्ता काल के 305 एवं 270 करोड़ के ‘अमृत’ खर्च पर BJP शहराध्यक्ष क्रोधित

चंद्रपुर.
जिस समय चंद्रपुर महानगर पालिका में अमृत योजना लाँच की गई थी, उस समय मनपा के सत्ता सिंहासन पर भाजपा का ही कब्जा था। पश्चात लंबे अरसे तक प्रशासनीक राज रहा, इस पर राज्य सरकार अर्थात भाजपा के CM देवेंद्र फडणवीस का ही कब्जा माना जाएगा। अमृत योजना के प्रथम व द्वितीय चरण के लिए क्रमश: 305 करोड़ और 270 करोड़ खर्च सत्ता के ही हाथ में हैं। बरसों से विपक्षी दल के अनेक नगरसेवक अमृत के खिलाफ भ्रष्टाचार व अव्यवस्था को लेकर आंदोलन करते रहे, तब भाजपा नेता जो मुंह में दही जमाकर बैठे रहे अब वे मुखर होने लगे हैं, क्योंकि चुनाव पास है ? 24 जून को भाजपा शहराध्यक्ष सुभाष कासमगोट्‌टूवार ने अमृत योजना के खिलाफ ताल ठोंक दी। मतलब अपने ही भाजपा सरकार के अमृत योजना की पोल खोलते हुए PM नरेंद्र मोदी एवं CM देवेंद्र फडणवीस की सत्ता को चुनौती दे दी। अब सवाल यह उठता है कि सुभाष कासमगोट्‌टूवार क्या वाकई में CM फडणवीस से पंगा लेते हुए अपने ही भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा निकालेंगे ? जबकि भाजपा सरकार के प्रशासन के विरोध में मोर्चा निकालने की चेतावनी देकर कासमगोट्‌टूवार बुरी तरह से फंस चुके हैं।

🚧 क्या चुनावी लाभ पाने के लिए भाजपा खुद भाजपा की विरोधी बन गई ?
▪️ अमृत योजना के कारण चंद्रपुर की सड़कों पर संकट !
▪️ भाजपा ने दी मनपा को चेतावनी
▪️ भारतीय जनता पार्टी ने चंद्रपुर महानगरपालिका को स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि अमृत योजना के अंतर्गत खोदे गए और बदहाल किए गए रस्तों की 7 दिन में मरम्मत नहीं हुई, तो चंद्रपुर महानगर पालिका पर मोर्चा निकाला जाएगा। यह चेतावनी विधानसभा सदस्य किशोर जोरगेवार के निर्देश पर भाजपा शहराध्यक्ष सुभाष कासमगोट्‌टूवार ने दी गई है।

📌 रास्ते खुदे, शहर बना कीचड़ का मैदान, यह तो भाजपा सत्ता का ही दोष !
▪️ अमृत 2.0 योजना के तहत पानी और सीवरेज पाइपलाइन बिछाने का कार्य शुरू हुआ।
▪️ परंतु कार्य बिना उचित योजना के चल रहा है, जिससे पूरे शहर में गड्ढों और कीचड़ का साम्राज्य हो गया है।
▪️ बारिश के इस मौसम में यह स्थिति और भी भयावह हो गई है।
▪️ अब जब सरकार भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस चला रहे हैं, तो इसका दोष भाजपा शहराध्यक्ष सुभाष कासमगोट्‌टूवार किस पर मढ़ना चाहते हैं ?

🔸 नागरिकों की जान जोखिम में, भाजपा शहराध्यक्ष CM से नहीं करते शिकायत ?
▪️ खुदे हुए रस्तों के कारण आए दिन वाहन दुर्घटनाएं हो रही हैं।
▪️ पैदल चलना भी मुश्किल, बच्चों और बुजुर्गों के लिए सबसे अधिक खतरा।
▪️ इन हालातों पर अपने ही भाजपा सरकार के मनपा प्रशासन के खिलाफ मोर्चे की चेतावनी देने के बजाय सुभाष कासमगोट्‌टूवार CM देवेंद्र फडणवीस से संपर्क कर अपनी सत्ता को दुरुस्त करने की सलाह क्यों नहीं दे पा रहे हैं ? 

🔸 चंद्रपुर वासी पीड़ित – भाजपा आक्रोशित किस पर ?
▪️ जलनगर वॉर्ड में वर्षों से गंदा और बदबूदार पानी आने की समस्या थी।
▪️ अमृत योजना के कनेक्शन लगे होने के बावजूद पानी की आपूर्ति नहीं हो रही थी।
▪️ भाजपा शहर जिलाध्यक्ष सुभाष कासनगोट्टूवार के नेतृत्व में अतिरिक्त आयुक्त चिददलवार से भेंट की गई और समस्या पर तुरंत कार्रवाई की मांग की गई।
▪️ जबकि मनपा के अतिरिक्त आयुक्त भाजपा सरकार के निर्देशों पर ही कामकाज करते हैं।

📢 बीजेपी का अल्टीमेटम – …नहीं तो 7 दिन में होगा आंदोलन
🔹 विधायक किशोर जोरगेवार के सुझाव पर भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने महानगर आयुक्त को ज्ञापन सौंपा।
🔹 मांग की गई कि जहां भी सड़कें खोदी गई हैं, जब तक उनकी मरम्मत नहीं होती, आगे का काम बंद किया जाए।
🔹 भाजपा ने स्पष्ट किया – “यदि 7 दिन के भीतर सड़कों की मरम्मत नहीं की गई, तो मनपा के खिलाफ मोर्चा निकाला जाएगा।”
🔹 मतलब साफ है कि भाजपा नेताओं का भाजपा सरकार के प्रशासन में नहीं चल रही है, इसलिए वे अपने भाजपा सरकार के प्रशासन के खिलाफ आंदोलन करने के लिए मजबूर हो रहे हैं।

 👥 ज्ञापन सौंपते समय उपस्थित प्रमुख कार्यकर्ता
▪️ सुभाष कासनगोट्टूवार (महानगर अध्यक्ष)
▪️ रघुवीर अहिर (युवा मोर्चा उपाध्यक्ष)
▪️ दशरथसिंह ठाकूर, मनोज पाल, देवानंद वाढई, प्रदीप किरमे, राजेंद्र खांडेकर
▪️ महिला पदाधिकारी – रेशमा पांडे, मंजू टोरे, अंजू मोडपल्लीवार, छाया सातपुते, शीतल रंगदल आदि।

🏗️ क्यों उठी रोक लगाने की मांग ?
✔️ ठेकेदारों द्वारा काम बेहद धीमी गति और लापरवाही से किया जा रहा है।
✔️ बारिश में जलजमाव और रास्ते धंसने की संभावना।
✔️ नागरिकों की सुरक्षा को लेकर मनपा की भूमिका पर सवाल।
✔️ आगामी चुनावों में वोट बटोरना है तो जनता की सहानुभूति पाना जरूरी।

💰 निधि पहले से स्वीकृत – अब देरी क्यों ?
🔸 भाजपा ने यह भी कहा कि अमृत 2.0 के लिए निधि पहले ही मंजूर हो चुकी है।
🔸 उसी निधि से सड़क मरम्मत और पुनर्निर्माण तुरंत किया जाए।
🔸 नागरिकों को राहत देना प्राथमिकता होनी चाहिए, न कि ठेकेदारों की सुस्ती।

⚠️ अंतिम बात – भाजपा पहले चुप थी, अब अपने ही सरकार को घेरने लगी
भारतीय जनता पार्टी का स्पष्ट संदेश है – “जनता की तकलीफों पर अगर 7 दिन में मरहम नहीं लगाया गया, तो महानगर पालिका को जनआंदोलन का सामना करना पड़ेगा।” अब देखना यह होगा कि CM देवेंद्र फडणवीस सरकार और उनके प्रशासन के खिलाफ क्या वाकई में भाजपा मोर्चा आंदोलन कर अपने ही दल के विरोध में मैदान में उतरती है या यह केवल एक स्टंटबाजी और मीडिया में सूर्खियां बटोरने की नीति साबित होती है ? जो भी इतना तो पक्का है कि अब भाजपा शहराध्यक्ष सुभाष कासमगोट्‌टूवार अपने ही भाजपा सरकार व प्रशासन के खिलाफ चेतावनी देते घूम रहे हैं।