चंद्रपुर: रानी लक्ष्मीबाई की 167वीं पुण्यतिथि पर बाबूपेठ बायपास पुल के नामकरण की मांग..

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चंद्रपुर शहर कांग्रेस अनुसूचित जनजाति विभाग ने बाबूपेठ बायपास पुल का नामकरण रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर करने की मांग की…

चंद्रपुर, 18 जून 2025: आज झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की 167वीं पुण्यतिथि के अवसर पर चंद्रपुर शहर कांग्रेस अनुसूचित जनजाति विभाग ने बाबूपेठ बायपास पुल का नामकरण रानी लक्ष्मीबाई के नाम पर करने की मांग उठाई। इस मांग को लेकर प्रकोष्ठ ने एक निवेदन सौंपा, जिसमें इस ऐतिहासिक पुल पर रानी लक्ष्मीबाई के नाम की स्टील नेमप्लेट लगाने की मांग की गई। निवेदन माननीय खासदार श्रीमती प्रतिभा धानोरकर, पीडब्ल्यूडी के कार्यकारी अभियंता श्री अक्षय पगारे, और चंद्रपुर महानगरपालिका के उपायुक्त को सौंपा गया।

निवेदन सौंपने के बाद, खासदार श्रीमती प्रतिभा धानोरकर, पीडब्ल्यूडी के श्री अक्षय पगारे, और महानगरपालिका उपायुक्त ने इस मांग पर सकारात्मक रुख दिखाया। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द इस मांग पर विचार किया जाएगा और बाबूपेठ बायपास पुल पर रानी लक्ष्मीबाई के नाम की स्टील नेमप्लेट लगाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

इस अवसर पर चंद्रपुर शहर कांग्रेस अनुसूचित जनजाति विभाग के अध्यक्ष गुंजन येरमे ने रानी लक्ष्मीबाई के बलिदान और वीरता को याद करते हुए कहा कि यह पुल शहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और इसे रानी लक्ष्मीबाई के नाम से जाना जाना चाहिए ताकि उनकी शौर्यगाथा को नई पीढ़ी तक पहुंचाया जा सके। प्रकोष्ठ के नेताओं ने जोर देकर कहा कि यह कदम न केवल रानी लक्ष्मीबाई के प्रति सम्मान होगा, बल्कि चंद्रपुर की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान को भी मजबूत करेगा।

स्थानीय नागरिकों ने भी इस पहल का स्वागत किया है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “रानी लक्ष्मीबाई न केवल झांसी की, बल्कि पूरे भारत की वीरांगना हैं। उनके नाम पर इस पुल का नामकरण एक गर्व का क्षण होगा।” इस मांग के साथ, चंद्रपुर शहर में रानी लक्ष्मीबाई की पुण्यतिथि को श्रद्धांजलि देने के लिए कई कार्यक्रम भी आयोजित किए गए, जिनमें स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।

यह मांग अब प्रशासन के सामने है, और शहरवासियों को उम्मीद है कि जल्द ही बाबूपेठ बायपास पुल को आधिकारिक तौर पर “रानी लक्ष्मीबाई पुल” के नाम से जाना जाएगा। इस दिशा में अगले कदमों पर सभी की निगाहें टिकी हैं।