चंद्रपूर, 28 मई 2025: महाराष्ट्र की सत्ताधारी भाजपा और उसके सहयोगी दलों पर अनुसूचित जाति (एससी) और अनुसूचित जनजाति (एसटी) के विकास के लिए आवंटित निधि में बड़े पैमाने पर हेराफेरी का गंभीर आरोप लगा है। चंद्रपूर कांग्रेस कमेटी ने इस मुद्दे पर तीव्र विरोध जताते हुए इसे संविधान विरोधी और जनता के साथ धोखा बताया है।
कांग्रेस का आरोप है कि राज्य सरकार ने अनुसूचित जाति के विकास के लिए निर्धारित निधि में से 410 करोड़ रुपये से अधिक और अनुसूचित जनजाति के लिए आवंटित निधि में से 336 करोड़ रुपये को ‘लाडकी बहिन योजना’ के लिए हस्तांतरित कर दिया है। इसके अतिरिक्त, 336 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निधि भी इस योजना के लिए उपयोग किया जा रहा है। कांग्रेस ने इसे अनुसूचित समुदायों के हक पर डाका डालने वाला कृत्य करार दिया है।
चंद्रपूर कांग्रेस कमेटी ने इस मुद्दे को जनता के सामने लाने और सरकार की इस “भ्रष्ट” नीति की निंदा करने के लिए जिला कलेक्टर को एक ज्ञापन सौंपा है। कमेटी ने कहा, “यह कृत्य न केवल संविधान के खिलाफ है, बल्कि जनता की आंखों में धूल झोंकने वाला भी है। हमारा संवैधानिक और लोकतांत्रिक कर्तव्य है कि हम जनता को इस घृणित साजिश से अवगत कराएं।”
इस विरोध प्रदर्शन में महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेश कमेटी के प्रतिनिधि, चंद्रपूर शहर कांग्रेस कमेटी के अनुसूचित जनजाति अध्यक्ष गुंजन येरमे, अनुसूचित जाति अध्यक्ष सागर खोब्रागड़े, अनुसूचित जनजाति उपाध्यक्ष पवन मसराम, श्रीजी गुगलवार, आकाश पाटील, फिरोज शेख, अनुज हिमने और अन्य कांग्रेस कार्यकर्ता शामिल थे।
कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि वह इस मुद्दे को जनता के दरबार में ले जाएगी और सत्ताधारी दलों की इस “अनैतिक” कार्रवाई के खिलाफ आंदोलन को और तेज करेगी।