■ घायल से मिलने नहीं गया कोई वेकोलि अधिकारी
■ क्या AGM हर्षद दातार व सबएरिया मैनेजर तरुण कुमार देवरा लेंगे गंभीरता से दखल
चंद्रपुर.
करोड़ों के कोयले को जलने के लिए खुला छोड़ देने की नीति को कल ही ‘चंद्रपुर की बुलंद आवाज’ ने एक्सपोज किया था। नांदगांव की इस क्षति को दर्शाने के बाद अब एक ताजा सनसनीखेज मामले ने WCL को संकट में ला दिया है। सूत्र बताते है कि रविवार, 11 मई 2025 की मध्यरात्रि के दौरान बल्लारपुर परिसर के करीब 10 से 12 केबल तस्करों ने लालपेठ ओपनकास्ट परिसर से बड़ी मात्रा में केबल चुराने की कोशिश की। यहां के एक सुरक्षा रक्षक अशोक पोतराज पर तीक्ष्ण हथियार से हमला किया। कोई इसे चाकू का हमला बता रहा है तो कोई इसे तलवार से किया गया वार। बहरहाल गंभीर घायल पोतराज लालपेठ के एरिया अस्पताल में भर्ती है। लेकिन वारदात के घंटों बाद भी WCL के AGM हर्षद दातार व सबएरिया मैनेजर तरुण कुमार देवरा अपने घायल कर्मी से मिलने नहीं पहुंचे। वहीं देर रात घटित इस गंभीर वारदात के मामले में अब तक पुलिस में अपराध दर्ज नहीं कराया जा सका है। WCL के अधिकारियों की ओर से FIR दर्ज करवाने में हो रही देरी और घायल कर्मी को दुर्लक्षित किये जाने के मामले को लेकर प्रशासन की लापरवाही पर अनेक सवाल उठने लगे हैं।
सूत्रों से मिली विस्तृत जानकारी के अनुसार रविवार की देर रात बल्लारपुर परिसर के 10 से 12 केबल तस्करों ने लालपेठ ओपनकास्ट खदान परिसर से बड़े पैमाने पर केबल की चोरी की। इस केबल को ढोने के लिए यहीं के एक कर्मचारी संजय नळे के दुपहिया वाहन की भी चोरी की गई। यह केबल माना खदान परिसर तक ढोकर ले जाने में तस्कर कामयाब रहे। इस दौरान तस्करों और वेकोलि सुरक्षा कर्मी अशोक पोतराज की बीच झड़प हुई। उन्हें रोकने के चक्कर में तस्करों ने तीक्ष्ण हथियार से पोतराज पर हमला कर दिया। इस हमले में पोतराज के हाथ को गंभीर चोट आयी। उन्हें वेकोलि के ही लालपेठ एरिया अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लेकिन कल रात से दोपहर तक का समय बीतने को आया है, परंतु वेकोलि का कोई बड़ा अफसर घायल का हाल पहुंचने के लिए नहीं पहुंचा।
चौंकाने वाली बात यह है कि कल रात घटित इस वारदात के बाद आज दोपहर तक इस मामले में अपराध दर्ज करने की प्रक्रिया में कमाल की देरी की जा रही है। WCL प्रशासन को अपनी संपत्ति की क्षति, अपने कर्मचारी के घायल होने पर कितनी चिंता है ? यह इस बात से प्रतीत हो रहा है। वारदात के घंटों बाद भी WCL के AGM हर्षद दातार व सबएरिया मैनेजर तरुण कुमार देवरा इस प्रकरण को गंभीरता से लेकर तत्काल कार्रवाई करवाने में क्यों सामने नहीं आ पा रहे है ? उनकी ऐसी क्या मजबूरी है ? यह समझ से परे है।
बहरहाल इस वारदात के चलते लालपेठ परिसर के अन्य वेकोलि कर्मचारियों में भय का माहौल बना हुआ है। पुलिस थाने में अपराध दर्ज नहीं हो पाने के कारण इस मामले की पुख्ता जानकारी अब तक उपलब्ध नहीं हो पायी है।