सांसद प्रतिभा धानोरकर पर टूटा दुखों का पहाड़,पिता सुरेशराव काकड़े का निधन

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वणी : समाज में प्रतिष्ठित व्यक्तित्व, मिलनसार स्वभाव वाले और हमेशा समाज के कल्याण के लिए काम करने वाले सुरेश काकड़े का 6 फरवरी 2025 को अल्प बीमारी के बाद सुबह 2 बजे दुखद निधन हो गया। वह श्री प्रवीण काकड़े और सांसद प्रतिभा धानोरकर के पिता थे। इस अचानक और दुखद घटना से पूरे परिवार, रिश्तेदारों, मित्रों और गांव में शोक फैल गया है। उनकी मृत्यु न केवल उनके परिवार के लिए बल्कि पूरे समुदाय के लिए एक बड़ी क्षति है।

सुरेश काकड़े श्रद्धांजलि : उनकी अंतिम यात्रा 6 फरवरी को दोपहर 1 बजे तालुका वाणी के परमदोह स्थित उनके निवास स्थान से निकलेगी। अंतिम संस्कार में बड़ी संख्या में लोगों के शामिल होने की संभावना है। परमदोह गांव शिंदोला माइंस से 8 किलोमीटर दूर स्थित है।

जीवन यात्रा और सामाजिक योगदानः

श्री सुरेश काकड़े सुरेश काकड़े एक स्नेही, कर्तव्यनिष्ठ और मिलनसार व्यक्ति थे। उन्होंने अपने धैर्यपूर्ण स्वभाव और मददगार हाथ से कई लोगों की सहायता की। सामाजिक कल्याण और परिवार कल्याण उनके जीवन में सदैव सर्वोपरि रहे। उन्होंने कई सामाजिक गतिविधियों में भाग लिया और जरूरतमंदों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहे। उनका मार्गदर्शन न केवल उनके परिवार के लिए, बल्कि पूरे समुदाय के लिए अमूल्य था। उनके निधन से एक बड़ा शून्य पैदा हो गया है परंतु उनकी यादें हमेशा सभी के दिलों में जीवित रहेंगी।

अंतिम संस्कार और श्रद्धांजलिः

श्री सुरेश काकड़े की अंतिम यात्रा में पूरे गांव के नागरिक, रिश्तेदार, राजनीतिक और सामाजिक गणमान्य लोग उपस्थित रहेंगे। सुरेश काकड़े का निधनः इस दुखद अवसर पर परिवार को समर्थन देने के लिए बड़ी संख्या में लोग आएंगे। श्री सुरेश काकड़े के आकस्मिक निधन से समाज में एक शून्यता उत्पन्न हो जाएगी। उनके द्वारा दिए गए मूल्य और शिक्षाएं कई लोगों के लिए प्रेरणास्रोत रहेंगी। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें तथा परिवार को इस दुःख से उबरने की शक्ति प्रदान करें, यही ईश्वर से प्रार्थना है। चंद्रपुर की बुलंद आवाज की ओर से भावपूर्ण श्रद्धांजलि…