राष्ट्रपति के भाषण पर सांसद की नाराजगी सरकार की विफलता को लोकसभा में किया उजागर

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संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से दिल्ली में शुरू हो गया है। 1 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में बजट पेश किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बजट पेश करने से पहले संसद में अपना अभिभाषण दिया। उस भाषण पर चर्चा करते हुए चंद्रपुर-वाणी-अर्णी लोकसभा क्षेत्र की सांसद प्रतिभा धानोरकर ने अपनी नाराजगी जाहिर की और लोकसभा में केंद्र सरकार की विफलता पर चर्चा की।

राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा करते हुए सांसद धानोरकर ने कहा कि उन्हें इस बात का अफसोस है कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मिलने वाला अनुदान नागरिकों को समय पर नहीं मिल रहा है। साथ ही, ग्रामीण क्षेत्रों में आवास योजनाओं के लिए मिलने वाली राशि बहुत कम है और इसमें बढ़ोतरी की मांग की गई। उन्होंने यह भी अनुरोध किया कि ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों को उन जमीनों का स्थायी स्वामित्व दिया जाए जिन पर वे कई वर्षों से काबिज हैं। सरकार ने युवाओं को दो करोड़ नौकरियां देने का वादा किया था, लेकिन सरकार अभी तक उस वादे को पूरा नहीं कर पाई है, सांसद प्रतिभा धानोरकर ने सदन को बताया कि कई बेरोजगार लोगों ने रोजगार पोर्टल पर पंजीकरण कराया है। इस समय चंद्रपुर से रवाना होने वाली कोरोना से पहले की ट्रेनों को फिर से शुरू करने का अनुरोध भी किया गया। उन्होंने राष्ट्रपति से यह भी मांग की कि मुंबई और पुणे के लिए तेज गति की ट्रेनें शुरू की जाएं। उन्होंने सदन का ध्यान महाराष्ट्र में पुरानी पेंशन योजना लागू करने की ओर आकर्षित किया। इसके साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार से लंबित पावर्स एक्ट को तुरंत पारित करने का अनुरोध किया। उन्होंने यह भी कहा कि किसानों को फसल बीमा का भुगतान समय पर नहीं मिल रहा है। इस दौरान किसानों के उत्पादों के लिए गारंटीकृत मूल्य उपलब्ध कराने का भी अनुरोध किया गया। चंद्रपुर जिले में मूर्ती निर्माणाधीन हवाई अड्डे की ओर भी सरकार का ध्यान आकर्षित किया। सांसद धानोरकर ने जल जीवन मिशन के कार्य पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि विकास कार्यों के लिए सांसदों को मिलने वाली निधि बहुत कम है और इसे 5 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 40 करोड़ रुपये करने की भी मांग सांसद प्रतिभाताई धनोरकर ने की है।