सर ! आप चंद्रपुर आते रहें, सड़कें सुधरेंगे, लेकिन अवैध होर्डिंग्स से शहर बदसूरत न करें
चंद्रपुर:
कोरोना काल में अमृत योजना के तहत चंद्रपुर महानगर पालिका ने चंद्रपुर शहर की जिन सड़कों को तोड़-फोड़ कर क्षतिग्रस्त किया, वह सड़कें आज तक सुधर नहीं पायी। लेकिन महाराष्ट्र के नई सरकार के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का आज, 10 जनवरी को चंद्रपुर शहर में आगमन होने जा रहा है तो अचानक से प्रशासन की नींद खुल गई और शहर के अनेक इलाकों की सड़कों की मरम्मत युद्ध स्तर पर की गई। हालांकि यह सड़कों की मलमपट्टी ही है। लेकिन अनेक दिनों से सड़कों के गहरे गड्ढे झेलने वाली जनता के लिए आज का दिन दिवाली की तरह लग रहा है। इसलिए मुख्यमंत्री फड़णवीस को हर माह चंद्रपुर शहर में आना चाहिये ताकि प्रशासन गहरी नींद से जागता रहे।
लेकिन सीएम फडणवीस के आगमन के एक सप्ताह पूर्व मनपा में आयोजित एक बैठक में आयुक्त विपीन पालीवाल ने अवैध होर्डिंग्स लगाने वालों को चेताते हुए निर्देश दिये थे कि शहर में बिना अनुमति के बिना क्यूआर कोड के अवैध होर्डिंग्स दिखेंगे तो आयुक्त उनके खिलाफ अपराध दर्ज करने की कार्रवाई करेंगे। लेकिन आज तो सीएम के आगमन पर विधायक से लेकर छुटभैये नेताओं ने स्वागत वाले अवैध होर्डिंग्स की बाढ़ ला दी है। पूरे शहर को बदसूरत कर दिया है। और किसी एक के खिलाफ भी आयुक्त अपराध दर्ज नहीं कर पाये। मनपा की इस नाकामी, विफलता और दोगली नीति को लेकर जनता सवाल क्यों न उठाये ?
ज्ञात हो कि आज शुक्रवार, 10 जनवरी को लोकनेता कर्मवीर मा.सा. कन्नमवार महोत्सव के अवसर पर प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस विविध कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। उनके आगमन को लेकर जिला प्रशासन समेत मनपा प्रशासन भी मुस्तैद दिख रहा है। उनके आगमन के पूर्व से ही सड़कों की मरम्मत कर उन्हें चमकाने का काम किया जा रहा है। लेकिन सवाल यह उठता है कि बरसों से गहरे गड्ढे और दुर्घटनाओं का दंश झेलने वाले आम नागरिकों की सुविधा के लिए इन्हीं सड़कों का बरसों से मरम्मत क्यों नहीं किया जा सका। प्रशासन के पास फंड होने के बावजूद प्रशासन गहरी नींद में सोने का नाटक क्यों करता रहा। क्योंकि लोग दुर्घटनाग्रस्त होकर अपनी जान गंवाते रहे, इसका इंतजार प्रशासन को होता है ? ऐसे में आम नागरिक कहने लगे है कि अब सीएम फडणवीस को हर माह में चंद्रपुर शहर का दौरा करते रहना चाहिये, ताकि नींद में डूबे प्रशासन को यहां की दिक्कतों से अवगत कराया जा सकें।
सीएम फडणवीस बेशक अनेक बार चंद्रपुर आते रहे, परंतु उनके शागिर्दों, उनके समर्थकों की ओर से चंद्रपुर शहर को बदसूरत करने का खेल बंद होना चाहिये। तारीफों के पुल बांधने और स्वागत में बड़े-बड़े अवैध होर्डिंग्स लगाने की नीति के चलते चंद्रपुर शहर का हर कोना, हर चौराहा बदसूरत कर दिया गया है। मनपा आयुक्त जो कल तक कानून का हवाला देते रहे, अपराध दर्ज करने की धमकी देते रहे, वे अब हाथ पर हाथ धरे बैठ गये है। आयुक्त ने अवैध होर्डिंग्स के मामले में चुप्पी साध ली है। अब वे किसी राजनेता को अपराध दर्ज करने की धमकी नहीं दे पा रहे है। अब वे अपने ही बैठक के फैसले पर अमल करने से डर रहे हैं। उनके डर की वजह चाहे जो भी हो, सामान्य जनता यदि अवैध होर्डिंग्स लगाती है आयुक्त साहब सक्रिय होकर कानून का डंडा उठा लेते हैं और कोई राजनेता अगर अवैध होर्डिंग्स शहर में लगाता है तो आयुक्त साहब चुप्पी साधे बैठ जाते हैं। मनपा की इस दोगली नीति को लेकर जनता में रोष पनप रहा है।
इस तरह की नीतियों पर सीएम देवेंद्र फडणवीस ने विशेष ध्यान देना चाहिये। और राजनेताओं के कुकर्मों से डरने वाले अफसरों का यहां से तबादला कर दिया जाना चाहिये।