चंद्रपुर की सड़कें मतलब दुर्घटनाओं की गारंटी ! गड्‌ढे, गिट्‌टी, मलबा, धूल, फूटपाथ पर अतिक्रमण और ट्राफिक समस्या बनी जानलेवा

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चंद्रपुर :
चंद्रपुर शहर में खराब सड़कों की स्थिति ने आम नागरिकों को जान हथेली पर लेकर चलने के लिए मजबूर कर दिया है। अमूमन सभी रास्तों पर गड्ढों के साथ बारीक गिट्टी, मलबा, धूल बिखरी हुई है, जो आए दिन दुर्घटनाओं को दावत देती है। इन हालात ने शहरवासियों के लिए सड़कों पर यात्रा करना जान जोखिम में डालने जैसा बना दिया है।

गड्ढों और गिट्टी का खतरनाक मेल
चंद्रपुर के प्रमुख मार्गों, जैसे जटपुरा गेट से रामनगर, रामनगर से नगिनाबाग, और सावरकर चौक से बंगाली कैंप चौक, जटपुरा गेट से गिरनार चौक, गिरनार चौक से बाबूपेठ, लालपेठ, बगड़ खिड़की मार्ग, दुर्गापुर मार्ग, करीब-करीब सभी मार्गों पर गड्ढों और गिट्टी का ऐसा मिश्रण बन गया है, जिससे गाड़ियों के फिसलने और दुर्घटनाओं की संभावना कई गुना बढ़ गई है। इन सड़कों पर वाहनों की गति 30 किलोमीटर प्रति घंटा से कम रखना अनिवार्य बन गया है।

दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या
गड्ढों और गिट्टी की वजह से सड़कों पर दुर्घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। हाल ही में हुए हादसों में दो लोगों की जान चली गई। नागरिकों का कहना है कि सड़कों की यह स्थिति स्थानीय प्रशासन और निर्माण विभाग की लापरवाही का नतीजा है।

प्रशासन की अनदेखी और जनता का गुस्सा
सार्वजनिक निर्माण विभाग और महानगरपालिका की लापरवाही के कारण यह समस्या विकराल रूप ले चुकी है। गुणवत्ता परीक्षण और निर्माण प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी के चलते कई सड़कें कुछ महीनों में ही टूटने लगती हैं। अमृत योजना के पाइप लाइन की खुदाई अनेक इलाकों में आज भी चल रही है। जहां खुदाई हो चुकी है, उस मार्ग को दोबारा पक्का नहीं बनाया जा सका है। पूरा शहर खोदकर रख दिये जाने का दृश्य नजर आता है। नागरिकों का कहना है कि प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर ध्यान नहीं दे रहा।

सुझाव और समाधान की मांग
1. सूचना बोर्ड लगाना : प्रत्येक सड़क निर्माण परियोजना के बाद वहां संबंधित विभाग, ठेकेदार, और कार्य अवधि की जानकारी देने वाले बोर्ड लगाए जाएं।
2. दोषियों पर कार्रवाई : निकृष्ट निर्माण कार्य करने वाले ठेकेदारों और संबंधित अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई हो।
3. गिट्टी हटाने की तत्काल जरूरत : सड़कों पर बिखरी गिट्टी, मलबा व धूल के ढेर को तुरंत हटाने का प्रबंध किया जाए, ताकि दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
4. गुणवत्ता नियंत्रण : निर्माण कार्यों में उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित की जाए और उनकी नियमित निगरानी की जाए।

नागरिकों की अपील
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि सड़कों को सुरक्षित बनाने के लिए कदम उठाए जाएं। सड़कों की मरम्मत और गड्ढों को भरने का काम प्राथमिकता पर होना चाहिए।

अंतिम बात
चंद्रपुर के खस्ताहाल रास्ते नागरिकों की जान पर भारी पड़ रहे हैं। प्रशासन और संबंधित विभागों की तत्परता से ही इस समस्या का समाधान संभव है। अगर अब भी कार्रवाई नहीं की गई, तो आने वाले समय में दुर्घटनाओं की संख्या और बढ़ने की संभावना है।