सर ! बसेस आते नहीं, समय पर स्कूल-कॉलेज आये कैसे ?   ग्रामीण क्षेत्रों में बसेस की कमी से छात्रों की शैक्षणिक दिक्कतें बढ़ी 

27

चंद्रपुर : चंद्रपुर जिले के कोरपना तहसील के ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा पाने के लिए छात्रों को भारी संघर्ष करना पड़ रहा है। सरकारी बस सेवा की कमी के कारण स्कूल और कॉलेज पहुंचने में छात्रों को बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। पहले, गांवों में सड़कों की हालत खराब थी, जिससे बसें वहां तक नहीं पहुंच पाती थीं। अब, जब सड़कों का निर्माण हो चुका है, फिर भी बसों की अनुपलब्धता के कारण छात्र समय पर अपनी पढ़ाई के लिए स्कूल नहीं पहुंच पा रहे हैं। स्थानीय जनप्रतिनिधियों की घोर अनदेखी के चलते विद्यार्थियों की समस्या हल नहीं हो पा रही है। जबकि जिले में करोड़ों के बस स्टैंड का निर्माण किया जा रहा है।

लंबी दूरी तय करने की मजबूरी

कोरपना के गांवों से हजारों छात्र गडचांदूर स्थित स्कूल और कॉलेजों में पढ़ने आते हैं। समय पर बसें नहीं मिलने के कारण उन्हें लंबी दूरी पैदल तय करनी पड़ती है। कई बार उन्हें निजी वाहनों का महंगा किराया चुकाना पड़ता है। इस कारण कई छात्र अपनी कक्षाएं देर से पहुंचते हैं, जिससे उनकी पढ़ाई पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

शिक्षा की गुणवत्ता पर असर

एक तरफ सरकार छात्रों की शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने के लिए योजनाएं चला रही है, तो दूसरी तरफ बस सेवा की कमी के कारण छात्र बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि शिक्षा की गुणवत्ता कैसे बेहतर होगी।

छात्राओं की सुरक्षा का सवाल

ग्रामीण छात्राओं को इस स्थिति में और अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। उन्हें अकेले लंबी दूरी तय करनी पड़ती है, जिससे उनकी सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। ग्रामीणों और छात्रों के अभिभावकों ने प्रशासन से मांग की है कि बस सेवाओं को बढ़ाया जाए और इनके लिए एक नियमित समय सारिणी तैयार की जाए। इसके साथ ही, स्कूलों और कॉलेजों के लिए विशेष परिवहन सेवाएं शुरू करने की आवश्यकता है ताकि छात्रों को शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रोत्साहन मिल सके।

आर्थिक बोझ बढ़ा

बस सेवा की कमी और निजी वाहनों की महंगी सेवाओं ने अभिभावकों पर आर्थिक बोझ बढ़ा दिया है। कई परिवार ऐसे हैं जो इस खर्च को वहन नहीं कर सकते। परिणामस्वरूप, कई छात्रों को अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ती है।

समस्या का समाधान जरूरी

ग्रामीण छात्रों को इन कठिनाइयों से मुक्ति दिलाने के लिए सरकार को तुरंत कदम उठाने की आवश्यकता है। यदि इस समस्या का समाधान नहीं किया गया, तो कई छात्रों के शिक्षा से वंचित होने का खतरा बढ़ सकता है। सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय संगठन इस मुद्दे को लेकर प्रशासन से लगातार संपर्क कर रहे हैं, लेकिन अब तक स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है।

अंतिम बात  

ग्रामीण क्षेत्रों में बस सेवा की कमी केवल छात्रों के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के लिए चिंता का विषय है। सरकार को इस समस्या को प्राथमिकता देकर जल्द से जल्द समाधान निकालना चाहिए ताकि हर छात्र को शिक्षा का अधिकार मिल सके।