प्रशिक्षु डॉक्टरों के भरोसे चल रहा चंद्रपुर जिला अस्पताल 

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चंद्रपुर :

चंद्रपुर जिले में नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से, चंद्रपुर जिला सामान्य अस्पताल को आधुनिक रूप में विकसित करते हुए एक भव्य सरकारी मेडिकल कॉलेज स्थापित किया गया। हालांकि, अस्पताल की व्यवस्थाएं अब भी लचर स्थिति में ही हैं।

प्रशिक्षु डॉक्टरों के सहारे इलाज  

मेडिकल कॉलेज में छात्रों का दाखिला शुरू हो चुका है, और वे अपनी सेवाएं दे रहे हैं। लेकिन हैरानी की बात यह है कि यहां मरीजों का इलाज प्रशिक्षु डॉक्टरों द्वारा किया जा रहा है। ओपीडी और अन्य स्वास्थ्य विभागों में अनुभवी डॉक्टरों और नर्सों की आवश्यकता होती है, लेकिन यहां मुख्य जिम्मेदारी नवशिक्षित डॉक्टरों पर डाल दी गई है।

हाल ही में एक दुर्घटना के मामले में इलाज प्रशिक्षु डॉक्टरों द्वारा किया गया। मौके पर किसी विशेषज्ञ (ऑर्थोपेडिक) डॉक्टर की उपस्थिति नहीं थी। दो घंटे बाद आए डॉक्टर भी प्रशिक्षु ही थे।

औषधियों और उपकरणों की भारी कमी  

अस्पताल में दवाइयों का अभाव है, जिससे मरीजों को बाहर से दवाइयां खरीदनी पड़ रही हैं। साथ ही, अस्पताल की सिटी स्कैन मशीन कई दिनों से खराब पड़ी है, जिसके कारण मरीजों को निजी अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है। यह आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए बहुत मुश्किल है।

सोनोग्राफी और अन्य सेवाओं का अभाव  

सरकारी छुट्टी के दिनों में सोनोग्राफी सेवाएं उपलब्ध नहीं होतीं। अचानक आने वाले गंभीर मामलों में यह स्थिति मरीजों और उनके परिजनों के लिए बड़ी परेशानी खड़ी करती है।

सुरक्षा और अन्य समस्याएं  

अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था भी आम लोगों के लिए परेशानी का कारण बन रही है। निजीकरण के बाद से अस्पताल में समस्याओं का अंबार लग गया है।

प्रशासन से अपील  

यह जिला अस्पताल जिलेभर के आम लोगों के लिए महत्वपूर्ण है। प्रशासन को चाहिए कि इस अस्पताल की व्यवस्थाओं को सुधारने पर ध्यान दे। मरीजों को उचित इलाज और सुविधाएं उपलब्ध कराना प्रशासन की प्राथमिक जिम्मेदारी है।