विकास गाथाएं ही बयां कर रही विकास पुरुष की झलक
प्रखर नेतृत्व और वक्तृत्व से बनाई एक शानदार पहचान
महाराष्ट्र के दिग्गज नेता, अध्ययनशील व्यक्ति, समझदार राजनेता, दूरदृष्टि रखने वाले विचारक की छवि मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने बनाई है। विदर्भ के ही नहीं अपितु संपूर्ण महाराष्ट्र के ज्वलंत मुद्दों पर कार्य करने वाले व्यक्तित्व के रूप में महाराष्ट्र विधिमंडल लोकलेखा समिति के अध्यक्ष विधायक सुधीर मुनगंटीवार को जाना जाता है। वे भाजपा के हर कार्यकर्ता के दिल में बसते हैं। किसी भी प्रकार का प्रादेशिक भेदभाव न करते हुए उन्होंने राज्य के कैबिनेट मंत्री के रूप में महाराष्ट्र के कोने कोने का विकास हो, इस उद्देश्य से समान निधि का वितरण किया।
अर्थमंत्री के रूप में उन्होंने महाराष्ट्र की चरमराई सरकारी अर्थव्यवस्था को न केवल संभाला, बल्कि उसमें वृद्धि की। वन मंत्री के रूप में उन्होंने पर्यावरण संतुलन के कार्य को बढ़ावा दिया जिसके चलते महाराष्ट्र पर्यावरण संतुलन के मामले में अग्रसर राज्य बना। महाराष्ट्र के वन क्षेत्र में हुए कार्य के कारण राज्य का नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज हुआ।
विधानमंडल में अपने प्रखर वक्तृत्व के कारण पहचाने जानेवाले सुधीर मुनगंटीवार ने विकास प्रक्रिया के बीच किसी भी राजकीय पक्षपात को आने नहीं दिया। समूचे महाराष्ट्र के समान विकास की ओर उन्होंने अपना ध्यान केंद्रित किया। विधायक के नाते उन्होने अपने निर्वाचन क्षेत्र के साथ ही संपूर्ण चंद्रपुर जिले में विकास कार्यों को ऐसा बढावा दिया कि चंद्रपुर की पहचान अब ‘स्मार्ट जिले’ के रुप में है। प्राकृतिक संपदा, पौराणिक इतिहास, देश में बिजली निर्माण, महत्वपूर्ण केंद्र, अंतरराष्ट्रीय पर्यटन स्थल, देश में सर्वाधिक बाघों का जिला, ऐसी पहचान उन्होंने चंद्रपुर को उपलब्ध कराई है।
50 करोड़ पौधों का किया रोपण
पेड़ों से निखरता पर्यावरण एवं भव्य वृक्षारोपण अभियान की झलक चंद्रपुर में मिलती है। प्रकृति ने मानव समाज को बहोत कुछ प्रदान किया है। प्राकृतिक संपदा का सदैव संवर्धन होना चाहिए, ऐसा विधायक सुधीर मुनगंटीवार का मानना है। वन मंत्री के रूप में कार्य करते हुए उन्होंने 2016 में 2 करोड, 2017 में 4 करोड, 2018 में 13 करोड और 2019 में 50 करोड वृक्षारोपण जनसहयोग के माध्यम से पूर्ण किया। इस मुहिम ने राष्ट्रस्तर पर एक अलग कीर्तिमान स्थापित किया।
वन संपत्ति से धन संपत्ति
वन विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों के प्रशिक्षण हेतु विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने अथक प्रयासो के माध्यम से चंद्रपुर में वन अकादमी का निर्माण कराया। देहरादून की आईएफएस अकादमी की तर्ज पर चंद्रपुर में अत्याधुनिक वन प्रशासन विकास एवं व्यवस्थापन प्रबोधिनी अर्थात वन अकादमी साकार हुई। वन प्रशिक्षण संस्था द्वारा इस अकादमी को विकसित किया गया, जिसके चलते इस संस्था को वन अकादमी में परिवर्तित किया गया। वन्यजीवों का प्रबंधन, वन उत्पादन, वृक्षसंवर्धन, जंगलो में लगने वाली आग तथा प्राकृतिक आपदाओं के निराकरण हेतु आवश्यक प्रशिक्षण इस अकादमी के माध्यम से अब वन अधिकारियों/कर्मचारियों को प्राप्त हो रहा है।
उद्यानों में बसता पर्यावरण
विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने जिले के सर्वांगीण विकास को महत्त्व दिया। ईको-पार्क का निर्माण उन्होंने करवाया, ईको-पार्क यह है कि आम नागरिकों को स्वच्छ वायु तथा शुद्ध वातावरण प्राप्त हो ताकि वायुजनित रोगों की रोकथाम हो एवं नागरिकों को लंबी उम्र मिले । इस दृष्टिकोण से अपने क्षेत्र में आने वाले सभी उद्यानों को विकसित कर उन्हें आधुनिक स्वरूप मे ढाल कर जनता की सेवा में समर्पित किया।
युवा शक्ति से सैन्य शक्ति
सेना में प्रवेश लेने के लिए बच्चा-बच्चा प्रेरित हो, इस उद्देश्य से विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने प्रयास किए। उनके इन्हीं प्रयासों के फलस्वरूप चंद्रपुर में सैनिक स्कूल की भव्य वास्तु का निर्माण पूर्ण हुआ है। प्राकृतिक संपदाओं से परिपूर्ण परिसर, आधुनिक वास्तु के कारण चंद्रपुर की सैनिक स्कूल समूचे देश में एक अलग पहचान प्राप्त कर चुकी है। 122 एकड़ में फैली यह सैनिक स्कूल देश की अन्य सैनिक स्कूतों से अलग है। लेफ्टनंट जनरल राजेंद्र निंभोरकर (सेवानिवृत्त) का मानना है कि यह सैनिक स्कूल देश की सर्वोत्तम सैनिक स्कूल के मुकाम तक जाएगी। 2019 से इस स्कूल में प्रशिक्षणार्थियों को ज्ञानदान का कार्य प्रारंभ हो गया है।
बांस से बढ़ता जीवन स्तर
बांस कलाकृति बना ग्रामीण महिलाओं के आय का मुख्य साधन देश की युवा पीढ़ी स्वयंरोजगार की ओर बढ़े ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते है। स्वयंरोजगारमय भारत का उनका यह सपना साकार करने हेतु विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने एक कदम आगे बढाया। BRIC अर्थात बाम्बू संशोधन एवं प्रशिक्षण केंद्र उन्होंने चंद्रपुर में कार्यान्वित करवाया। यह केंद्र अब संपूर्ण महाराष्ट्र की अलग पहचान बन गया है।
चंद्रपुर और बल्लारपुर रेलवे स्टेशन का आकर्षक सौंदर्यींकरण
वनमंत्री सुधीर मुनगंटीगर की पहल से बल्लारपुर तथा चंद्रपुर रेलवे स्टेशन 2017 में सूर्खियों में आये। रेलवे स्टेशन शब्द सुनते ही भीड़. शोर-शराबा अस्तव्यस्तता आदि का चित्र मानसपटल पर आता है। इस चित्र को बदलने का श्रमसाध्य कार्य किया है विधायक मुनगंटीवार ने । 12 जुलाई 2017 को भारत के सर्वोत्कृष्ट रेलवे स्टेशनों के रूप में चंद्रपुर तथा बल्लारपुर रेलवे स्टेशन के लिए पुरस्कार की घोषणा हुई।
ताड़ोबा व्याघ्र प्रकल्प
अब एक विश्वस्तरीय पर्यटन स्थल बाघों का जिला इस नाम से प्रसिद्ध चंद्रपुर जिले की विशेषता है। ताडोबा अंधारी व्याघ्र प्रकल्प पुरे विश्व का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने वाला यह प्रकल्प मंत्री मुनगंटीवार की पहल से विकास के विविध आयामों पर समृद्धशाली इस प्रकल्प को अंतराष्ट्रीय स्तर पर वन पर्यटन केन्द्र बनाने की संकल्पना साकार हो रही है।
बस स्टेशन एयरपोर्ट जैसा
बल्लारपुर यह चंद्रपुर जिले का ऐतिहासिक तथा औद्योगिक शहर है। इस शहर की पहचान एयरपोर्ट के जैसे दिखने वाले बस स्टैण्ड के शहर के रूप में की जाती है। यह बस स्टैण्ड भव्यता, दिव्यता तथा नूतनता ढूँढ़ने वाले विधायक सुधीर मुनगंटीवार की बल्लारपुर वासियों को दी गई अनुपम भेंट है। महाराष्ट्र के सबसे अच्छे बस स्थानकों में गिने जाने वाले बल्लारपुर बस स्टैण्ड की ख्याति राज्यभर में दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। इसी के साथ ही अब चंद्रपुर बस स्टैंड भी इसी तर्ज पर बनाया गया है। अब यह भी मशहूर होने लगा है।
तीर्थक्षेत्र से समृद्धि की ओर
प्रसिद्ध प्राचीन चंद्रपुर नगरी का विकास तीर्थक्षेत्र के रूप में होना चाहिये, इस प्रस्ताव पर अमल करते हुए विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने 60 करोड़ रूपये की राशि माता महाकाली मंदिर परिसर के विकास के लिए मंजूर करवाई। भारत की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहूति देने काले वीर बाबूराव शेडमाके के नाम पर इनडोर स्टेडियम तैयार कर उनकी प्रेरणादायी स्मृतियों को संजोया। इस कार्य हेतु 25 करोड़ रुपये की निधि लाने की पहल की।
रोजगार सृजन का महामेरु
जरुरतमंद युवाओं को रोजगार दिलाने हेतु विधायक मुनगंटीवार ने सदैव प्रयास किए है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार हो, इसलिए वे प्रयासरत हैं। महाराष्ट्र के तत्कालीन वित्त मंत्री होने के पश्चात उनके द्वारा रोजगार निर्माण हेतु किए कार्य देश भर में ऊँचाई पर है।
महापुरुषों का सन्मान
महाराष्ट्र आरंभ से ही प्रतिभाशाली व्यक्तियों की भूमी रहा है। ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों के कार्य को विधायक सुधीर मुनगंटीवार ने नमन किया डाक टिकट के माध्यम से। प्रख्यात समाजसेवक बाबा आमटे, लोकशाहीर अण्णाभाऊ साठे, वीर बाबुराव शेडमाके जैसी प्रभूतियों के नाम से उन्होंने डाक टिकट जारी करवाया। ताडोबा के शेरों को भी डाक टिकट पर स्थान प्राप्त करवाया।
स्मार्ट अंगणवाडी
पालकमंत्री के कार्यकाल के दौरान विधायक सुधीर मुनगंटीवार की पहल से आदर्श आंगनवाडी योजना चलाई गई। लगभग 379 अंगनवाड़ियों को आइरफओ स्टीफिकेट प्राप्त हुआ। इसी के साथ लगभग 1500 से अधिक अंगनवाड़ियों में अमूल्य साहित्य की उपलब्धता से बाल-बालिकाओं का सर्वांगीण विकास किया जा रहा है।
सिचाई से बहती विकास धारा
जिले के कृषि विकास को गति देने के लिए किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध करवाई विधायक मुनगंटीवार ने। जिले के कृषि वर्ग को नई संजीवनी का यह उपहार है। जलसंजीवनी के माध्यम से सिंचाई सुविधाओं को मजबूत बनाने के लिए उन्होंने राशि मंजूर करवाई, जो इसके पहले यहाँ के किसानों को कभी उपलब्ध नहीं थी।
मिशन शक्ति : अंतरराष्ट्रीय स्तर का खेल प्रशिक्षण
उत्साहपूरित युवा पीढ़ी को सही दिशा, मार्गदर्शन तथा संसाधनों की उपलब्धता करा दी जाये तो वह आसमान को भी छूने की क्षमता रखते है… यह पहचान कर स्थानीय खिलाडियों को प्रोत्साहित किया गया। मिशन शक्ति मिशन शौर्य चलाया। इस मिशन के तहत ऑलिम्पिक स्तर की खेल सुविधाओं, अत्याधुनिक क्रीड़ा संकुल तथा प्रशिक्षण की सुविधा उपलब्ध कराई गई । दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्रों में बाल- बालिकाओं के एवरेस्ट शिखर पार करने के स्वप्न को साकार करने के लिए मिशन शौर्य की स्थापना विधायक मुनगंटीवार द्वारा की गई।