A.P. & G.P. Associate Company dumped pipeline gravel on the road, crime registered when an accident occurred
दुर्घटनाओं के लिए वाहन चालक जिम्मेदार होने की खबरें आपने तो साल भर में बहुत सी पढ़ी ही होगी, लेकिन आज एक ऐसा मामला प्रकाश में आया है जहां सड़क पर गिट्टी ड़ालने वाले ठेका कंपनी के सुपरवाइजर के खिलाफ तब पुलिस ने अपराध दर्ज कर लिया, जब इस गिट्टी के चलते एक वाहन चालक फिसलकर गिर गया और घायल हो गया। अब प्रशासन यदि इसी मुस्तैदी के साथ काम करें तो आने वाले दिनों में अनेक दुर्घटनाओं के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों को खोजकर अनेक अपराध दर्ज किये जा सकते हैं।
बहरहाल ताजा मामला उजागर हुआ है चिमूर से। चिमूर तहसील के खांबाडा निवासी खेत मजदूर अमित अशोक वाकडे नामक 24 वर्षीय युवक के अनुसार वह बुधवार दोपहर 4 बजे के दौरान अपने 18 वर्षीय साथ ऋषीकेश नन्नावरे के साथ दुपहिया वाहन लेकर चिमूर के सरकारी अस्पताल गया था। शाम को 7 बजे जब वह उसका साथी दुपहिया से लौट रहे थे तो पीछे से एसटी बस आने पर चिमूर के नेहरू चौक पर उनका वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो गया। अमित वाकडे ने इस संदर्भ में पुलिस में जो शिकायत दर्ज कराई है, उसमें उन्होंने इस बात का जिक्र किया है कि सड़क किनारे A.P. & G.P. असोसिएट कंपनी अकोला का पाइप लाइन का निर्माण कार्य शुरू है। इस कंपनी के सुपरवाइजर अमर वानखेडे ने यहां गिट्टी और मिट्टी का ढेर लगा रखा है। इसके चलते जब पीछे से बस आयी तो पीड़ित को अपना दुपहिया वाहन गिट्टी पर ले जाना पड़ा। इसके चलते उनका वाहन फिसल गया और वे अपने साथी के साथ नीचे गिर पड़े। इस हादसे में दोनों घायल हो गये। घटना स्थल पर मौजूद लोगों ने सहायता की और पीड़ितों को चिमूर के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया। प्राथमिक उपचार के बाद फरियादी अमित वाकडे चिमूर पुलिस स्टेशन पहुंच गये। यहां उन्होंने इस दुर्घटना के लिए जिम्मेदार गिट्टी व निर्माण कार्य के प्रमुख सुपरवाइजर अमर वानखेडे के खिलाफ शिकायत कर दी। साथ ही पुलिस को दी गई शिकायत में इस बात का भी उल्लेख किया है कि संबंधित A.P. & G.P. असोसिएट कंपनी अकोला की ओर से निर्माण स्थल पर किसी भी प्रकार का सूचना फलक नहीं लगाया गया। इसके चलते उन्हें इस हादसे में घायल होना पड़ा। पुलिस ने फरियादी की शिकायत पर A.P. & G.P. असोसिएट कंपनी अकोला के सुपरवाइजर अमर वानखेडे के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 285 के तहत अपराध दर्ज किया है। फिलहाल इस मामले की जांच चिमूर के पुलिस उपनिरीक्षक अजय चौधरी कर रहे हैं।