चंद्रपुर महानगर पालिका प्रशासन के अनेक किस्से बीते चंद वर्षों में शहर में काफी चर्चा का विषय बने रहते हैं। ताजा मामला मंगलवार, 24 सितंबर 2024 का है। एक न्यायप्रविष्ठ प्रकरण की दुकान को जर्जर बताकर उसे अचानक से आज बुलडोजर के माध्यम से तोड़ने के लिए मनपा के अतिक्रमण विभाग का दस्ता अपने 100 लोगों के दल-बल के साथ पहुंच गया। आज दोपहर करीब ढ़ाई बजे के दौरान मनपा कर्मचारी, राजस्व विभाग के अधिकारी एवं पुलिस दल की मौजूदगी में बुलडोजर स्थानीय कस्तुरबा मार्ग के प्रिंस बार के बाजू में स्थित विशाल ऑटोमोबाइल की दुकान को तोड़ने पहुंच गया। इस दुकान में दुकानदार, उनके परिजन और दुकान की सामग्री को न हटाते हुए ही सीधे बुलडोजर चलाकर एक हिस्सा ध्वस्त किया गया। चर्चा है कि इस दुकान की इमारत के मालिक और किरायेदार अर्थात दुकानदार का विवाद न्यायालय में न्यायप्रविष्ठ है। ऐसे में इमारत मालिक इस दुकान खाली करवाने में असमर्थ हुआ। प्रशासन की साठगांठ से इमारत व दुकान को जर्जर बताया गया। मरम्मत की मंजूरी मिलने के बावजूद आज दुकान के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की गई जैसे मानो ‘लगे रहो मुन्नाभाई’ में फिल्मी कलाकार किसी प्रॉपर्टी को खाली करवाने की नीतियां लड़ाते हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कस्तुरबा मार्ग पर स्थित प्रिंस बार के बाजू में विशाल ऑटोमोबाइल नामक दुकान 60 वर्षीय योगेश लाटिया बीते 50 वर्षों से चला रहे हैं। इस इमारत के मालिक श्रीमान अडगूडवार और दुकानदार योगेश लाटिया के बीच कुछ मुद्दों को लेकर विवाद के चलते यह मामला न्यायप्रविष्ठ है। इस बीच चंद्रपुर महानगर पालिका प्रशासन ने मार्च 2024 को इस दुकान को जर्जर घोषित करते हुए नोटिस थमा दिया। इस नोटिस का जवाब चंद्रपुर मनपा को हाईकोर्ट के माध्यम से दिया गया। इस पर मरम्मत की सहमति व मंजूरी मिली। परंतु मार्च 2024 के नोटिस पर अचानक कार्रवाई करने की याद चंद्रपुर मनपा को आ गई। और जर्जर इमारतों की सूची में से आज केवल एक ही दुकान को निशाना बनाने पूरा दल घटना स्थल पर पहुंच गया। दुकानदार लाटिया और उनसे संबंधित सभी लोगों ने मनपा के पक्षपाती और जल्दबाजी में उठाये जा रहे कार्रवाई को रोकने की कोशिश की। परंतु मनपा का दल मानने को राजी नहीं था। असंख्य पुलिस कर्मचारी, मनपा के कर्मचारी और राजस्व विभाग के अधिकारियों के साथ यहां मौजूद लोगों के बीच काफी देर तक बहस चलती रही। कानूनी पेचिदगी को लेकर जब मनपा आयुक्त से संपर्क करने की अनेक बार कोशिशें की गई तो मनपा आयुक्त विपीन पालीवाल का मोबाइल नंबर नॉटरिचेबल मिला। इसके चलते इस कार्रवाई में पक्षपात की बू आने लगी है। सत्ता पक्ष के इशारे पर मनपा प्रशासन पूरी तरह से नतमस्तक होकर एक तरफा कार्रवाई कर रहा है, यह चर्चा घटना स्थल पर मौजूद लोगों में होती रही। साथ ही राजस्व विभाग के एक अधिकारी भी सत्ता पक्ष के करीबी होने के कारण काफी मुस्तैदी से पीड़ित दुकानदार के खिलाफ सक्रिय होने की बात कही जा रही है।
बहरहाल योगेश लाटिया के दुकान को तोड़ने की कार्रवाई को मनपा को तब स्थगित करना पड़ा, जब जनता ने दबाव डालकर मनपा प्रशासन को गलत कदम उठाने से रोक दिया। हालांकि यह भी चर्चा है कि एक कथित जर्जर दुकान के बाजू में ही अडगूडवार की एक और दुकान है। परंतु उनके दूसरे दुकान पर मनपा प्रशासन की ओर से बुलडोजर चलाने की हिम्मत नहीं दिखाई गई। इसके चलते मनपा की पक्षपात वाली नीति पर अनेक सवाल उठाये जा रहे हैं।