चंद्रपुर:ओबीसी आरक्षण की रक्षा के लिए हजारों लोग उतरेंगे सड़कों पर, सकल ओबीसी महामोर्चा की जोरदार तैयारी

27

चंद्रपुर, 9 अक्टूबर 2025: ओबीसी आरक्षण को बचाने और अपने हक की लड़ाई के लिए चंद्रपुर जिले के 20 से 25 हजार ओबीसी, वीजे एनटी, और एसबीसी समुदाय के लोग 10 अक्टूबर 2025 को सुबह 11 बजे नागपुर के यशवंत स्टेडियम से संविधान चौक तक आयोजित सकल ओबीसी महामोर्चा में शामिल होंगे। इस आंदोलन की तैयारियां जोर-शोर से पूरी कर ली गई हैं। ओबीसी समुदाय की विभिन्न जातियों, सामाजिक संगठनों, और राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने गांव, तालुका, और जिला स्तर पर सैकड़ों बैठकें आयोजित कर इस मोर्चे की रणनीति बनाई है।

इस महामोर्चा को मुस्लिम, एससी, और एसटी समुदायों का भी समर्थन प्राप्त हुआ है, और ये समुदाय भी बड़ी संख्या में इसमें हिस्सा लेंगे।

मोर्चे की प्रमुख मांगों में मराठा समाज के कुणबीकरण से संबंधित सरकारी निर्णय को तत्काल रद्द करना, मराठा समाज को ओबीसी कोटे से आरक्षण न देना, और जातिगत जनगणना तुरंत करवाना शामिल है। इन मांगों को लेकर ओबीसी समुदाय अपने हक की लड़ाई के लिए सड़कों पर उतरने को तैयार है।

सकल ओबीसी महामोर्चा के समन्वयक प्रो. अनिल डहाके, नंदू नागरकर, संदीप गिऱ्हे, सूर्यकांत खनके, प्रवीण पडवेकर, सुनीता लोडीया, एडवोकेट विलास माथनकर, इरफान शेख, उमाकांत धांडे, कुणाल चहारे, सतीश मालेकर, अजय वैरागडे, पप्पू देशमुख, एडवोकेट दत्ता हजारे, मनीषा बोबडे, रमिज शेख, राजू बनकर, श्रीधर मालेकर, पांडुरंग टोगे, डॉ. गावतूरे, मोहन डोंगरे, भास्कर सपाट, प्रो. विधाते, श्याम धोपटे, प्रलय म्हाशाखेत्री, और आकाश कडुकर ने ओबीसी समाज के सभी घटकों से इस ऐतिहासिक महामोर्चा में भारी संख्या में शामिल होकर इसे सफल बनाने की अपील की है।

प्रो. अनिल डहाके ने कहा, “जब तक सरकार अन्यायपूर्ण सरकारी निर्णय को रद्द नहीं करती, तब तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी। चंद्रपुर जिले से हजारों ओबीसी बंधु अपने हक की रक्षा के लिए नागपुर की सड़कों पर उतरेंगे।”

यह महामोर्चा न केवल ओबीसी समाज के एकजुटता का प्रतीक होगा, बल्कि सामाजिक न्याय की दिशा में एक बड़ा कदम भी साबित होगा।