■ 338 दिन बाद भी फर्जी वोटरों को खोज नहीं पाए जिला चुनाव अधिकारी ?
चंद्रपुर.
आज, 18 सितंबर 2025 की सुबह दिल्ली में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के राजुरा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में हुई वोट चोरी के मामले का स्वयं पर्दाफाश किया। राहुल गांधी के पॉवर प्रेजेंटेशन में राजुरा का एक वोटर YUH UQJJW के नाम से दर्शाया गया। अब सवाल यह उठता है कि चंद्रपुर जिले के मुखिया के रूप में सेवारत जिलाधिकारी विनय गौड़ा इस YUH UQJJW नाम के वोटर की पहचान सार्वजनिक क्यों नहीं कर पा रहे हैं ? यह वोटर कौन है ? कहां रहता है ? कौनसे आईपी एड्रेस से इसने अपने नाम YUH UQJJW का पंजीयन कराया था ? इसका लोकेशन, सीडीआर रिपोर्ट, बयान आदि की फाइलें जिलाधिकारी कार्यालय के चुनाव विभाग के कौनसे कमरे के कौनसे अलमरी में दफनाए गए हैं ?
338 दिन बाद भी जिला प्रशासन नींद में ?
ज्ञात हो कि राहुल गांधी के पत्रपरिषद के 11 माह पूर्व स्थानीय मीडिया रिपोर्ट एवं कुछ जागरूक प्रत्याशियों ने फर्जी वोटरों की शिकायत देकर इस प्रकरण को उजागर किया था। 15 अक्टूबर 2024 से अब तक 338 दिन अर्थात करीब 11 माह गुजर चुके हैं। जिलाधिकारी विनय गौड़ा ने संबंधित 6,853 फर्जी वोटरों को पकड़ने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन फर्जीवाड़े मामले में अपराध तो दर्ज करवा लिया, लेकिन जिले के मुखिया और जिला चुनाव अधिकारी के तौर पर एक भी आरोपी को पकड़ने में स्थानीय जिलाधिकारी गौड़ा, जिला प्रशासन के अफसर और चुनाव विभाग के अधिकारी बुरी तरह से नाकाम हुए हैं। इनकी नाकामी अब चुनाव आयोग पर मढ़े जा रहे आरोपों के मद्देनजर दिल्ली के राजनीतिक गलियारों में भी गूंजने लगी है। आज राहुल गांधी ने राजुरा का जिक्र कर फिर एक बार इस यहां की धांधली को हवा दे दी है।
राजुरा-चंद्रपुर का साजिशकर्ता कौन ?
राहुल गांधी ने आज के प्रेस कांफ्रेंस में चुनाव आयोग पर अनेक संगीन आरोप लगाए। महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले के राजुरा विधानसभा क्षेत्र में वोट चोरी का मामला अपने पॉवर प्रेजेंटेशन में पेश किया। इसे लोकतंत्र को कमजोर करने वाली एक सुनियोजित साजिश बताया। अब सवाल यह उठता है कि राजुरा-चंद्रपुर में बैठकर वह कौनसा व्यक्ति और अधिकारी है जो लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश रच रहा था ?
राहुल गांधी ने क्या कहा ?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि राजुरा में करीब 6,850 वोटरों की सूची में गड़बड़ी की गई, कुछ जगहों पर नाम बिना जानकारी के डिलीट किए गए, तो कुछ जगहों पर फर्जी नाम जोड़े गए। “हमारे पास 100% बुलेटप्रूफ सबूत हैं। अगर चुनाव आयोग एक हफ्ते के भीतर ओटीपी और वोटर डेटा सार्वजनिक नहीं करता, तो देश मान लेगा कि चीफ इलेक्शन कमिश्नर लोकतंत्र की हत्या में शामिल हैं।” कांग्रेस ने तुरंत डेटा जारी करने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। राहुल गांधी ने कहा कि यदि चुनाव आयोग चुप रहा, तो यह “वोट चोरी” का मुद्दा देशभर में आंदोलन का रूप ले सकता है।
6,853 फर्जी वोटरों को पकड़ने में कलेक्ट्रेट नाकाम क्यों ?
राजुरा का मतदाता पंजीयन घोटाला काफी चर्चा में रहा और आज भी इसकी गूंज सुनाई दे रही है। जब जिला प्रशासन के मुखिया जिलाधिकारी विनय गौड़ा की ओर से इस मामले में अपराध दर्ज कराया गया तो लगा कि प्रशासन उन 6,853 संदिग्धों के गिरेबान तक पहुंचेगी। और फर्जी वोटरों का खुलासा होगा। लेकिन 338 दिन अर्थात 11 माह बीत जाने के बावजूद जिला प्रशासन की कार्रवाई रत्तीभर भी आगे नहीं बढ़ सकीं। जिलाधिकारी ने अपराध दर्ज करवाने में जो तत्परता दिखाई वह धूमिल हो चुकी है। बीते 11 माह में उन्होंने मीडिया या सार्वजनिक तौर पर सामने आकर इस प्रकरण की जांच में 6,853 संदिग्ध व फर्जी वोटरों को खोजकर निकाला है या नहीं, इसकी जानकारी उजागर नहीं की। इसके चलते चंद्रपुर जिले की जनता में जिला प्रशासन की कार्यप्रणाली को लेकर संदेह व्यक्त किया जा रहा है।
कब खत्म होगी 6853 फर्जी वोटरों की जांच ?
गत 15 अक्तूबर 2024 को मीडिया ने मतदाता पंजीयन में एक बड़ा घोटाला होने के प्रकरण को उजागर किया था। ऑनलाइन मतदाता पंजीयन में हजारों की संख्या में फर्जी वोटरों को जोड़े जाने की जानकारी उजागर हुई थी। इस संदर्भ में कांग्रेस की ओर से मुख्य चुनाव आयुक्त एवं चंद्रपुर जिलाधिकारी से लिखित शिकायत किये जाने की जानकारी थी। इस प्रकरण की दखल जिला प्रशासन ने ली। चंद्रपुर के जिलाधिकारी विनय गौडा ने इस मामले में पुलिस को गहन जांच कर कानूनी कार्रवाई करने के आदेश दिये थे। परंतु सवाल यह उठता है कि 6,853 संदिग्ध पंजीकृत मतदाताओं को सूची को लेकर जिला प्रशासन की ओर से पुलिस में शिकायत तो दर्ज कराई गई है, किंतु 6,853 फर्जी वोटरों को खोजने में कितने दिन लगेंगे, यह एक बड़ा प्रश्न आज तक बरकरार है। हालांकि यह भी सच है कि उक्त 6853 फर्जी वोटर यहां के मतदाता सूची से हटाये गये थे।










