चंद्रपुर, 20 जुलाई 2025: घुग्घुस की सड़कों पर जन-आक्रोश की लहर दौड़ेगी, जब बहुउद्देशीय सीनियर सिटीजन आधार संस्था, घुग्घुस के बैनर तले वेकोली के सेवानिवृत्त कर्मचारी और स्थानीय नागरिक नगर परिषद कार्यालय के सामने अपनी मांगों को लेकर मोर्चा निकालेंगे। यह आंदोलन वर्षों से लंबित समस्याओं को हल करने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिसकी चेतावनी संस्था के प्रतिनिधि नरेंद्र नुने ने 13 जुलाई को पत्रकारों को दी थी।
रिटायर्ड कर्मियों का दर्द, नागरिकों की पुकार
संस्था ने वेकोली के रिटायर्ड कर्मचारियों की समस्याओं को जोर-शोर से उठाया है। इनमें शामिल हैं:
– सी.पी.आर.एम.एस. योजना का समय पर लाभ न मिलना।
– ₹2 लाख वार्षिक दवा सहायता और राजीव रतन हॉस्पिटल में दवाओं की अनियमित आपूर्ति।
– महंगाई भत्ता और वार्षिक स्वास्थ्य सहायता राशि का विलंब।
– सीपीआरएमएस प्रमाणपत्र प्रक्रिया में सुधार की मांग।
नागरिकों की समस्याएं: अनसुनी मांगों का बोझ
घुग्घुस के नागरिकों की लंबित समस्याएं भी इस मोर्चे का हिस्सा हैं, जो शहर की बदहाली को उजागर करती हैं:
1. वर्धा नदी का बिगड़ता प्रवाह: नदी किनारे जमा मिट्टी हटाने की मांग।
2. वेकोली कॉलोनी की बदहाली: 2005 से लंबित सीवेज और जल निकासी की समस्या।
3. प्राथमिक स्कूलों की दुर्दशा: मरम्मत और मूलभूत सुविधाओं की कमी।
4. खदान धंसान का दंश: प्रभावित नागरिकों को मुआवजा और पुनर्वास की मांग।
5. पर्यावरण और स्वच्छता: कोल डस्ट, कचरा प्रबंधन, पार्किंग और सार्वजनिक शौचालय का अभाव।
6. प्रशासनिक अस्पष्टता: नगर परिषद और ग्राम पंचायत की सीमा का विवाद।
7. बेरोजगारी और आजीविका: स्थानीय युवाओं को रोजगार और रेहड़ी-पटरी वालों को स्थायी जगह की मांग।
8. प्रशासन की निष्क्रियता: पुलिस और स्थानीय प्रशासन की उदासीनता पर गुस्सा।
ज्ञापन भेजा, अब कार्रवाई की बारी
संस्था ने इस मुद्दे पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री, केंद्रीय कोयला मंत्री, सांसद, विधायक, पुलिस अधीक्षक, नगर परिषद और वेकोली प्रबंधन को ज्ञापन सौंपकर ठोस कदम उठाने की मांग की है। नरेंद्र नुने ने चेतावनी दी है कि यदि मांगें जल्द पूरी न हुईं, तो यह शांतिपूर्ण आंदोलन और व्यापक रूप लेगा।
घुग्घुस की जनता का संदेश
घुग्घुस की जनता अब और इंतजार के मूड में नहीं है। यह मोर्चा न केवल समस्याओं का शांतिपूर्ण प्रदर्शन है, बल्कि प्रशासन को यह चेतावनी भी है कि अब समय है जागने का, वरना जनता की यह हुंकार और तेज होगी।
आज घुग्घुस की सड़कों पर गूंजेगी बदलाव की बुलंद आवाज, क्या प्रशासन देगा जवाब?