चंद्रपुर : साइकिल से किराने की दुकान जा रहे नौ वर्षीय तीसरी कक्षा के छात्र की गर्दन नायलॉन की पतंग की डोर से कट गई। यह घटना रविवार सुबह वृंदावन नगर इलाके में हुई। गर्दन कटने के बाद उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन सौभाग्य से उसकी जान बच गई। घायल छात्र का नाम साईं जामपलवार है।
साईं जम्पलवार वृन्दावननगर के रहने वाले हैं और लोकमान्य तिलक ज्ञान मंदिर में तीसरी कक्षा में पढ़ते हैं। रविवार सुबह करीब वह साइकिल से दुकान के लिए निकला। कुछ दूरी पर अचानक नायलॉन मांजे (चाइनीज मांझा) से उसकी गर्दन कट गई। अचानक गला कटने से वह बेहोश हो गया। स्थानीय निवासी उसे नजदीकी अस्पताल ले गए। वहां उनका इलाज किया गया। प्रशासन को समय रहते इस ओर ध्यान देकर स्थाई प्रतिबंध लगाना चाहिए। अब फिर से आम नागरिक मांग कर रहे हैं कि नायलॉन मांजा बेचने वालों पर अपराध दर्ज किया जाए, नायलॉन मांजा से पतंग उड़ाने वालों पर कार्रवाई की जाए।
नायलॉन के मांझा से पतंग न उड़ाएं नायलॉन के मांझा से एक लड़के का गला कट गया। लेकिन, डॉक्टरों की बदौलत उसे बचा लिया गया। पतंग उड़ाने वालों को नायलॉन के मांझा से पतंग नहीं उड़ानी चाहिए। साधारण डोर से उड़ानी चाहिए, पतंग खरीदी जा सकती है, लेकिन गई हुई जिंदगी वापस नहीं आती।
हालांकि छात्र की कोई गलती नहीं थी फिर भी मांझा से उसका गला कट गया इससे उसे गंभीर चोटें आईं। इससे पता चलता है कि मांझा कितना खतरनाक है। नायलॉन के मांझा बेचने वालों और इस मांझा का प्रचार करने वालों पर कार्रवाई जरूरी है। परिजनों को भी सर्तकता रखनी होगी अन्यथा इन छात्रों के साथ- साथ हमारा भी यही हाल हो सकता है।