LCB की कार्रवाई में अवैध नशीले पदार्थ बेचने वाले 2 आरोपी मोटरसाइकिल और 13.835 किलोग्राम गांजा सहित गिरफ्तार

42

चंद्रपुर :

जिले में नशा विरोधी अभियान को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस अधीक्षक मा. मुमक्का सुदर्शन और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रीना जनबंधु के मार्गदर्शन में चलाए जा रहे अभियान ने जिले में अवैध मादक पदार्थ और गांजा बेचने वाले गिरोह पर नकेल कस दी है। कल की कार्रवाई ने इस अभियान को एक नया आयाम दिया है। 2 जनवरी, 2025 को सुबह 10 बजे, स्थानीय अपराध शाखा को मिली गुप्त सूचना पर, एक ISMA से गांजा की बिक्री के बारे में सूचना मिली। सूचना पर कि देवराम केसगीर नाम का आरोपी मोटरसाइकिल पर गांजा का बड़ा जखीरा लेकर राजुरा आ रहा था, पुलिस टीम ने भेनवी फाटा में उसे हिरासत में लिया। तय समय पर जैसे ही आरोपी अंदर दाखिल हुआ, पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उसे हिरासत में ले लिया।तलाशी लेने पर बैग में 13.835 किलोग्राम एनडीपीएस एक्ट का गांजा मिला, जिसकी बाजार कीमत 1,95,000 रुपये है। कार्रवाई में 50,000 रुपये कीमत की एक हीरो कंपनी की मोटरसाइकिल भी जब्त की गई है। संबंधित सामान की कुल कीमत ₹2,45,000 है। आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम की धारा 8 (सी), 21 (बी) ii (बी), और 29 के तहत कार्रवाई की गई है।

पुलिस इंस्पेक्टर महेश कोंडावार के नेतृत्व में एक टीम ने यह कार्रवाई की है। टीम में सहायक पुलिस निरीक्षक दीपक कांक्रेडवार, विनोद भुरले, मधुकर समलवार और गढ़चंदूर पुलिस निरीक्षक शिवाजी कदम शामिल थे। टीम के पुलिसकर्मी किशोर वैरागड़े, दीपक डोंगरे, संतोष येपुलवार और गोपीनाथ नरोटे द्वारा जांच की जा रही है।

गांजा बिक्री में शामिल आरोपियों के नाम

1. देवराम माणिकराव केसगीरः उम्र 50 वर्ष, निवासी। पल्लाज़ेरी, एच.एम.यू. शेंगाव, जिवती, जिला. चंद्रपुर.

2. दिनकर शंभु वंश संगेः उम्र 50 वर्ष, व्यवसाय-मजदूरी, निवास । खड़की, जिवती, जिला. चंद्रपुर.

सामाजिक प्रभाव और शासन की जवाबदेही का मुद्दा

इस मामले ने एनडीपीएस एक्ट, समाज में भांग और नशीले पदार्थों की बढ़ती समस्या को सामने ला दिया है। अवैध नशीली पदार्थों की बिक्री से न केवल अपराध प्रभावित हो रहा है बल्कि युवा पीढ़ी का भविष्य भी प्रभावित हो रहा है। चिंता की बात यह है कि गांजा की बिक्री में ऐसे संगठित गिरोह सक्रिय हैं। चंद्रपुर पुलिस विभाग की साहसिक कार्रवाई की निश्चित रूप से सराहना की गई। लेकिन ऐसी गतिविधियों को जारी रखने और बड़े ड्रग माफियाओं तक पहुंचने की जरूरत है। स्थानीय अपराधियों पर नकेल कसना एक प्रारंभिक कदम है, लेकिन नशीली पदार्थों के मूल स्रोत को खत्म करने के लिए अधिक परिष्कृत रणनीतियों की आवश्यकता है।

नशा विरोधी अभियान की दिशा एवं चुनौतियाँ

चंद्रपुर जिले में नशीली पदार्थों की समस्या, पुलिस प्रशासन को एनडीपीएस अधिनियम को पूरी तरह से खत्म करने के लिए सख्त और दीर्घकालिक उपाय करना चाहिए । खुफिया नेटवर्क को मजबूत करना, युवा पीढ़ी के बीच जागरूकता पैदा करना और स्थानीय नागरिकों की भागीदारी बढ़ाना इस अभियान के प्रमुख तत्व होंगे। चंद्रपुर पुलिस की यह कार्रवाई महत्वपूर्ण है, लेकिन ड्रग माफियाओं के खिलाफ और भी कड़ी कार्रवाई की उम्मीद है। समाज की मानसिकता बदलने और युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए एक बड़े अभियान की जरूरत है। हालांकि इस कार्रवाई से चंद्रपुर जिले के नागरिकों का पुलिस पर भरोसा बढ़ा है, लेकिन इस भरोसे को कायम रखने के लिए पुलिस को अपने काम में निरंतरता रखनी होगी।

एनडीपीएस अधिनियम के तहत अवैध गांजा की बिक्री पर अंकुश लगाने में चंद्रपुर पुलिस द्वारा दिखाई गई चतुराई और तत्परता सराहनीय है। हालाँकि, नशे के खिलाफ जंग जीतने के लिए समाज के सभी स्तरों को एक साथ आने की जरूरत है। पुलिस प्रशासन को भी सख्त कदम उठाते हुए बड़े नशा माफियाओं की धरपकड़ के प्रयास जारी रखने चाहिए।