चंद्रपुर :
भारतीय संविधान को 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में संसद में जारी विशेष चर्चा के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा संविधान निर्माता और भारत रत्न डॉ. बाबासाहब अंबेडकर पर की गई कथित आपत्तिजनक टिप्पणी ने देशभर में आक्रोश पैदा कर दिया है। इस टिप्पणी के खिलाफ चंद्रपुर जिले में कांग्रेस पार्टी ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया और डॉ. अंबेडकर के सम्मान की रक्षा के लिए मोर्चा निकाला।
मोर्चा और मांगें
कांग्रेस ने इस मुद्दे पर अमित शाह से संसद में सार्वजनिक माफी मांगने और नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए अपने पद से इस्तीफा देने की मांग की। विरोध प्रदर्शन की शुरुआत शहर के डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई, जिसके बाद जिला कलेक्ट्रेट कार्यालय तक मोर्चा निकाला गया। प्रदर्शन के अंत में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को ज्ञापन सौंपा गया, जिसमें केंद्र और राज्य सरकार की निष्क्रियता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई।
प्रमुख मुद्दे
कांग्रेस ने सरकार पर देश और राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में विफल रहने का आरोप लगाया।
– महिलाओं पर अत्याचार : महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और गुंडाराज पर सरकार की निष्क्रियता की आलोचना की गई।
– सामाजिक असमानता : संविधान की प्रतिकृति का अपमान और जातीय भेदभाव से जुड़े मामलों पर गहरी नाराजगी जताई।
– ईवीएम की जगह बैलट पेपर की मांग : कांग्रेस ने चुनाव प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने के लिए ईवीएम की जगह बैलट पेपर से चुनाव करवाने की मांग दोहराई।
– किसानों की अनदेखी : सोयाबीन, धान, और कपास उत्पादक किसानों की समस्याओं को लेकर सरकार पर निशाना साधा गया।
नेताओं और जनता की भागीदारी
मोर्चे का नेतृत्व कांग्रेस सांसद प्रतिभा धानोरकर और जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष धोटे ने किया। प्रदर्शन में राष्ट्रवादी कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, और महाविकास आघाड़ी के नेता, कार्यकर्ता और बड़ी संख्या में नागरिक शामिल हुए। प्रमुख नेताओं में दीपक जैस्वाल, रितेश तिवारी, अरुण धोटे, और सुनंदा ढोबे का नाम उल्लेखनीय रहा।
कांग्रेस की प्रमुख मांगें
1. गृह मंत्री अमित शाह माफी मांगें और इस्तीफा दें।
2. संविधान और डॉ. अंबेडकर की विरासत का सम्मान सुनिश्चित किया जाए।
3. कानून-व्यवस्था बहाल करने के लिए कड़े कदम उठाए जाएं।
4. जातीय जनगणना और किसानों की समस्याओं पर तुरंत ध्यान दिया जाए।
सार्वजनिक संदेश
कांग्रेस ने जनता से अपील की कि वे संविधान की रक्षा और सामाजिक न्याय की स्थापना के लिए एकजुट होकर आवाज उठाएं। पार्टी ने कहा कि मौजूदा सरकार जनता की समस्याओं का समाधान करने में पूरी तरह विफल रही है और इसे बदलने की जरूरत है।
अंतिम बात
चंद्रपुर का यह प्रदर्शन संविधान की रक्षा और डॉ. बाबासाहब अंबेडकर के सम्मान के लिए कांग्रेस के संकल्प को दर्शाता है। अब देखना होगा कि केंद्र और राज्य सरकार इन मांगों पर क्या कदम उठाती है।